Bharat Tibbet Sahyog Manch: भारत-तिब्बत सहयोग मंच की राष्ट्रीय परिषद की बैठक 28-29 जून को नजफगढ़ स्थित शांति ज्ञान निकेतन में आयोजित की गई..
पटना, 27 जून। तिब्बत की स्वतंत्रता, कैलाश मानसरोवर की मुक्ति और चीनी वस्तुओं के बहिष्कार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर भारत-तिब्बत सहयोग मंच की राष्ट्रीय परिषद की बैठक आगामी 28 एवं 29 जून 2025 को नई दिल्ली स्थित शांति ज्ञान निकेतन, गोयला डेयरी, नजफगढ़ में आयोजित की जा रही है।
यह दो दिवसीय बैठक मंच की भावी रणनीति, संगठनात्मक विस्तार, और राष्ट्रव्यापी जनजागरण अभियान की दिशा को लेकर महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बैठक में भारत के विभिन्न राज्यों से मंच के राष्ट्रीय एवं प्रांतीय पदाधिकारी भाग लेंगे।
दक्षिण बिहार प्रांत से राष्ट्रीय मंत्री श्री शिवाकांत तिवारी, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य श्री अनिल श्रीवास्तव, प्रांत अध्यक्ष डॉ. मिथिलेश कुमार, सह-क्षेत्र संयोजक श्रीमती पूनम सिन्हा, प्रांत महामंत्री डॉ. मुकेश कुमार ओझा तथा ओम स्वस्तिक प्रिया सहित अन्य प्रतिनिधिगण इस बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना हो चुके हैं।
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए प्रांत महामंत्री डॉ. मुकेश कुमार ओझा ने बताया कि भारत-तिब्बत सहयोग मंच का मूल उद्देश्य तिब्बत को चीनी आधिपत्य से मुक्त कर एक स्वतंत्र और शांतिपूर्ण राष्ट्र के रूप में पुनः स्थापित करना है। साथ ही मंच कैलाश मानसरोवर की धार्मिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता की पुनर्स्थापना और भारतीय बाजारों से चीनी वस्तुओं के पूर्ण बहिष्कार को लेकर देशभर में जागरूकता फैला रहा है।
डॉ. ओझा ने कहा, “तिब्बत भारत की सामरिक सुरक्षा की पहली दीवार है। यदि तिब्बत स्वतंत्र होता है, तो भारत की उत्तरी सीमाएँ अधिक सुरक्षित होती हैं। इसीलिए मंच तिब्बत की स्वतंत्रता को केवल एक भू-राजनीतिक विषय नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा और सांस्कृतिक चेतना से जुड़ा हुआ विषय मानता है।”
बैठक में मंच की आगामी कार्ययोजनाओं के साथ-साथ, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तिब्बत के पक्ष में कूटनीतिक प्रयास, युवा वर्ग की भागीदारी, तथा स्वदेशी आंदोलन को तेज़ करने जैसे विषयों पर भी विस्तार से मंथन किया जाएगा