Thursday, August 7, 2025
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Conversion Gang: छुड़ाई गईं दो बहनें धर्मांतरण गिरोह से – पूजा-पाठ से थी नफरत – परिवार को बनाना चाहती थीं मुस्लिम

Conversion Gang से छुड़ाने और दोनो बेटियों का जीवन बचाने के लिये पिता ने सीएम योगी को कहा धन्यवाद..

Conversion Gang से छुड़ाने और दोनो बेटियों का जीवन बचाने के लिये पिता ने सीएम योगी को कहा धन्यवाद..

आगरा की दो सगी बहनें जो 79 दिन से लापता थीं, आखिरकार ‘ऑपरेशन अस्मिता’ के तहत सकुशल वापस लाई गई हैं। इनकी बरामदगी के बाद परिवार ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।

परिवार के अनुसार, दोनों बहनें पूजा-पाठ से चिढ़ती थीं और उन्हें पूरी तरह ब्रेनवॉश कर धर्मांतरण गिरोह का हिस्सा बना लिया गया था। इतना ही नहीं, वे अपने माता-पिता और घर के अन्य सदस्यों पर भी धर्म बदलने का दबाव बनाने लगी थीं।

 ‘ऑपरेशन अस्मिता’ से खुला बड़ा रैकेट

उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाल ही में ‘ऑपरेशन अस्मिता’ नाम का अभियान चलाया, जिसमें धर्मांतरण कराने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ। इस दौरान 6 राज्यों से 10 लोग गिरफ्तार किए गए, जो लव जिहाद और कट्टरपंथी सोच के जरिये धर्मांतरण करा रहे थे। पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह ISIS जैसी आतंकी रणनीति पर काम करता था।

 कैसे मिलीं दोनो बहनें?

मार्च 2025 में सदर बाजार थाना, आगरा में दोनों बहनों के गायब होने की शिकायत दर्ज हुई थी। वे फोन और सोशल मीडिया से भी गायब थीं, जिससे पुलिस को खोज में काफी दिक्कतें आईं। बाद में परिवार से मिले सुराग और साइबर सेल की मदद से जांच आगे बढ़ी।

एक संदिग्ध इंस्टाग्राम ID ‘Connecting Revert’ मिली, जिससे कई लोगों के जुड़े होने की जानकारी मिली। एक महिला पुलिस अधिकारी ने फर्जी नाम से उस ID से संपर्क किया और खुद के धर्मांतरण की इच्छा जताई, जिससे जांच की दिशा साफ़ हुई।

बाद में कोलकाता की लोकेशन मिलने पर 4 पुलिस टीमें वहाँ भेजी गईं। साथ ही दिल्ली, राजस्थान, गोवा, उत्तराखंड और यूपी के अन्य हिस्सों में भी टीमें सक्रिय की गईं। 50 पुलिसकर्मियों ने चार दिन तक निगरानी रखी और फिर एक साथ छह राज्यों में छापा मारकर गिरोह को दबोच लिया। इसी दौरान दोनों बहनों को भी बरामद कर लिया गया।

 चार साल से गिरोह के चंगुल में थीं बेटियाँ

परिवार का कहना है कि बेटियाँ पिछले चार सालों से इस गिरोह के संपर्क में थीं। वे धीरे-धीरे पूरी तरह से प्रभावित हो गई थीं और हिन्दू धर्म से दूरी बना ली थी। घर लौटने के बाद, पिता ने सीएम योगी आदित्यनाथ और आगरा पुलिस का आभार जताया।

 मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान गिरफ्तार

इस मामले में एक और बड़ी सफलता तब मिली जब ATS और IB की टीम ने दिल्ली के मुस्तफाबाद से मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया।

उसके घर से धर्मांतरण से जुड़ी कई किताबें और दस्तावेज मिले हैं, जिनका उद्देश्य हिन्दुओं का ब्रेनवॉश कर धर्म बदलवाना था। अब्दुल रहमान को आगरा में चल रहे धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।

यह मामला धर्मांतरण के खतरनाक नेटवर्क और युवाओं के ब्रेनवॉश की भयावह सच्चाई को सामने लाता है।
परिवार की ओर से सरकार और पुलिस को इस कठिन अभियान में सफलता के लिए धन्यवाद कहा गया है।

(प्रस्तुति – सुमन पारिजात)

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