कांग्रेस ने वामपंथियों के साथ मिलकर इतिहास के ऐसे वीरता के किस्से भारतीयों से क्यूं व किस मंशा से छुपाये गये..!? लेकिन आप अपने साथ अपने बच्चों को अवश्य पढ़ाये, क्योंकि पढ़ेंगे बच्चे तो जानेंगे बच्चे ! शेयर अवश्य कीजियेगा !
एक अंग्रेज सुप्रीटेंडेंट ने चंद्रशेखर आजाद की मौत के बाद उनकी वीरता की प्रशंसा करते हुए कहा था कि चंद्रशेखर आजाद पर तीन तरफ से गोलियां चल रही थीं…लेकिन इसके बाद भी उन्होंने जिस तरह मोर्चा संभाला और 5 अंग्रेज सिपाहियों को हताहत कर दिया था…वो अत्यंत उच्च कोटि के निशाने बाज थे…अगर मुठभेड़ की शुरुआत में ही चंद्रशेखर आजाद की जांघ में गोली नहीं लगी होती तो शायद एक भी अंग्रेज सिपाही उस दिन जिंदा नहीं बचता !
_-शत्रु भी जिसके शौर्य की प्रशंसा कर रहे थे…
(अज्ञात वीर)