Sanskrit Learning Online: श्रीराम भक्त हनुमत् स्मृति अन्तर्जालीय दशदिवसीय संस्कृत व्याकरण ज्ञान शिविर का उद्घाटन समारोह सम्पन्न हुआ.
पटना, 1 मई। श्रीराम भक्त हनुमत् स्मृति में आयोजित अन्तर्जालीय (ऑनलाइन) दशदिवसीय संस्कृत व्याकरण ज्ञान शिविर का भव्य उद्घाटन समारोह सम्पन्न हुआ। यह शिविर संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार तथा व्याकरणीय ज्ञान के संवर्धन हेतु एक महत्त्वपूर्ण पहल के रूप में आयोजित किया गया है।
समारोह की अध्यक्षता एवं उद्घाटन डॉ. मुकेश कुमार ओझा ने की, जिन्होंने संस्कृत व्याकरण की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इसे भाषा का प्राणतत्त्व बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविरों से न केवल विद्यार्थियों को लाभ होता है, बल्कि संस्कृत के प्रति नवीन रुचि भी जागृत होती है।
मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. रामरेखा कुमार, विभागाध्यक्ष, संस्कृत विभाग, आर.बी.एम. कॉलेज, मुंगेर, ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हनुमानजी की स्मृति में यह शिविर संस्कृत साधना के लिए अत्यंत उपयुक्त अवसर है।
इस अवसर पर डॉ. रम्भा कुमारी, सुषमा सिंह, सुप्रिया, आरती, तथा वन्दना पटोरिया जैसी विदुषी सदस्याओं की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसे सुजाता घोष ने भावपूर्ण शब्दों में प्रस्तुत किया।
शिविर में देशभर से बड़ी संख्या में संस्कृतप्रेमियों की सहभागिता अपेक्षित है। यह आयोजन संस्कृत के नवजागरण की दिशा में एक प्रेरणास्पद पहल के रूप में सराहा जा रहा है।