Tuesday, October 21, 2025
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Sanskrit: समग्र संस्कृत विकास समिति बिहार राज्य इकाई द्वारा वार्षिक सम्मान समारोह का आयोजन

समग्र संस्कृत विकास समिति बिहार राज्य इकाई द्वारा आयोजित, वार्षिक सम्मान समारोह दिनांक जनवरी 05, 2025 को जे.डी. वीमेंस कॉलेज, पटना में सम्पन्न हुआI..

समग्र संस्कृत विकास समिति बिहार राज्य इकाई द्वारा आयोजित, वार्षिक सम्मान समारोह दिनांक जनवरी 05, 2025 को जे.डी. वीमेंस कॉलेज, पटना में सम्पन्न हुआI

समग्र विकास समिति के संयोजक डॉ. मिथिलेश कुमार तिवारी ने आगत अतिथियों का स्वागत किया तथा मंच का संचालन विहार संस्कृत संजीवन समाज के महासचिव, डॉ. मुकेश कुमार ओझा ने संस्कृत में किया I

आगत अतिथियों में उद्घाटनकर्ता डॉ. नवल किशोर यादव विधानपार्षद , पटना शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र ने कहा कि बिहार के सभी विश्विद्यालयों में संस्कृत भाषा को स्थान मिलना अतिआवश्यक है , संस्कृत के विकास से सम्बंधित जो भी उचित होगा मैं करूँगा I

मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. आर.के.सिंह ,कुलपति पाटलिपुत्रा विश्विद्यालय, पटना ने कहा कि पाटलिपुत्रा विश्विद्यालय, पटना में संस्कृत के विकास से सम्बंधित जो भी उचित होगा, मैं करूँगा I

मुख्य वक्ता डॉ. आर. सी. वर्मा ने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है I यह माँ के तुल्य हैI सान्निध्य भाषण में प्रो. आर. सी. सिन्हा पूर्व अध्यक्ष ICPR ने संस्कृत को दर्शन की जननी कहा, विशिष्ट अतिथि डॉ उपेन्द्र प्रसाद सिंह प्राचार्य टी.पी.एस.कॉलेज ने अपने उद्बोधन में कहा कि वेद को पढ़े बिना नागरिक को भारतीय संस्कृति का ज्ञान नहीं हो सकता है I

गणमान्य समाज सेवी श्री ललन सिंह ने कहा कि मैं अपने गाँव में संस्कृत के विकास के लिए यथासंभव प्रयास करता रहूँगा I डॉ. विवेकानंद सिंह, प्राचार्य बी.डी. कॉलेज , पटना ने संस्कृत में लिखित नीतिशास्त्र एवं धर्मशास्त्र की उपयोगिता पर प्रकाश डाला I

श्री शिवाकांत तिवारी, नेता भाजपा ने चाणक्य के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला I डॉ. अविनाश कुमार गेस्ट्रोलोजिस्ट ने संस्कृत में लिखित प्राचीन शल्य चिकित्सा पर विस्तृत प्रकाश डाला I

डॉ. मनोज झा प्राचार्य, राजकीय संस्कृत महाविद्यालय ने कहा कि संस्कृत के कारण ही भारत विश्व गुरु बना और आज इसी भाषा के आधार पर पुन: धर्मगुरु होगा I इस अवसर पर डॉ नीतू कुमारी नूतन को समर्पित “अमृत काल में कलात्मक चेतना” नामक अभिनंदन ग्रंथ का विमोचन भी किया गया l

अध्यक्षीय भाषण में शंकराचार्य विश्विद्यालय, कलाडी, केरल के कुलपति प्रो. गीता कुमारी ने संस्कृत भाषा को विश्व भाषा बनाने की मांग की तथा भारत के प्रत्येक लोगों से संस्कृत बोलने की अपील की तथा स्वयं को संस्कृत शिविर में आने की स्वीकृति भी दी l

धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुबोध कुमार सिंह के द्वारा किया गया I इस समारोह में, डॉ. विनय कृष्ण तिवारी, डॉ. संजय कुमार सिंह , डॉ. पल्लवी , शैलेश कुमार त्रिपाठी , सुधांशु रंजन , डॉ. गौतम जितेन्द्र एवं अन्य अस्सी विद्वानों को सम्मानित किया गया I

कार्यक्रम का प्रारंभ वेद विद्यालय पटना के छात्रों द्वारा स्वस्ति वाचन से हुआ I तनूजा कुमारी, राजश्री, अंजली मिश्रा, डॉ संजय कुमार सिंह, डॉ. सुरेश दुबे आदि ने संस्कृत गीत गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया

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