Moradabad में रह रहीं 22 पाकिस्तानी महिलाओं के 100 बच्चे हैं जो भारत में जन्मे हैं.. क्या गड़बड़ियां हैं वीजा को लेकी, इसकी जांच शुरू की सुरक्षा एजेंसियों ने..
मुरादाबाद, 3 मई: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में पाकिस्तानी नागरिकों पर निगरानी कड़ी कर दी गई है। इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में रह रहीं 22 पाकिस्तानी महिलाओं और 2 पुरुषों की गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इन महिलाओं में से अधिकतर ने वर्षों पहले भारतीय पुरुषों से विवाह कर भारत में बसने का फैसला किया था।
पुलिस जांच में सामने आया है कि ये 22 पाकिस्तानी महिलाएं लंबे समय से मुरादाबाद में रह रही हैं और अब इनके परिवारों का दायरा काफी बढ़ चुका है। इन महिलाओं के कुल 95 बच्चे हैं, जिनमें से अधिकतर अब वयस्क हो चुके हैं और कुछ की शादी भी हो चुकी है। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 35 प्रतिशत महिलाएं अब दादी बन चुकी हैं। इन परिवारों की कुल संख्या 500 से अधिक हो गई है।
हाल की सुरक्षा समीक्षा में पता चला है कि इनमें से दो महिलाएं केवल चार साल पहले ही भारत आई थीं। इसके बाद पुलिस ने जिले में रह रहे सभी पाकिस्तानी मूल के नागरिकों की पृष्ठभूमि की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि अब इन सभी 24 पाकिस्तानी नागरिकों (22 महिलाएं और 2 पुरुष) की व्यक्तिगत जानकारी, वीजा की स्थिति, बच्चों की वर्तमान आजीविकाएं, और उनके पाकिस्तान में रिश्तेदारों से संबंधों की भी जांच की जा रही है।
मुरादाबाद के पुलिस अधीक्षक (शहर) कुमार रणविजय सिंह ने बताया, “पाकिस्तानी मूल के सभी परिवारों का विस्तृत डेटा एकत्र किया जा रहा है, जिसमें उनके राशन कार्ड और आधार कार्ड के इस्तेमाल से लेकर वीजा आवेदन की स्थिति तक की जानकारी शामिल है।”
गौरतलब है कि ये सभी महिलाएं अभी भी पाकिस्तानी नागरिक हैं, लेकिन उनके भारत में जन्मे बच्चों को भारतीय नागरिकता मिल चुकी है। हालांकि, सभी महिलाओं ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन दे रखा है और वे वर्तमान में दीर्घकालिक वीजा पर भारत में रह रही हैं।
विशेष बात यह है कि इन महिलाओं के पास भारत सरकार द्वारा जारी राशन और आधार कार्ड मौजूद हैं, जिनके जरिए वे सार्वजनिक कल्याण योजनाओं का लाभ ले रही हैं। लेकिन नागरिकता अब तक किसी को नहीं मिली है।
भारत सरकार द्वारा हाल में लिए गए कड़े फैसलों के तहत, अल्पकालिक वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा जा रहा है, जबकि दीर्घकालिक वीजा धारकों पर सघन निगरानी रखी जा रही है। इस पृष्ठभूमि में मुरादाबाद के यह परिवार एक विशेष फोकस में आ गए हैं।