Dhoni : One minute read बताता है कि धोनी को अब कुछ बेहतर करना चाहिये क्योंकि उम्मीदें अभी भी उनसे पहले जैसी हैं पर वो पहले जैसे नहीं रहे..
मैं कप्तान धोनी का फैन था। बैट्समैन धोनी का फैन भी था। पर फिनिशर धोनी का फैन कभी नहीं था।
फिनिशर धोनी एक फ्रॉड कॉन्सेप्ट था जो धोनी के इर्द गिर्द बिल्ड हुआ था। धोनी अक्सर वहीं मैच फिनिश करता था जिसमे वो बैटिंग करने आता तो रनरेट चार के आसपास होता। धोनी उसे बढ़ाकर 10-12 के आसपास ले जाता फिर जीता देता। कभी कोई ऐसा मैच नहीं रहा जहाँ धोनी आए और इम्पॉसिबल मैच जीता दे।
आज धोनी अपने फ्रॉड के चक्कर में रेले जा रहे। जो जनता कहती थी माही मार रहा है। वहीं जनता कह रही है माही मरवा रहा है। यह बहुत दुखदाई है।
धोनी भारत के चार महान कप्तानों में से एक है। ये सब देखना बहुत दुखदायी है। ऐसा भी नहीं है कि उन्हें जीवा के पढ़ाई की खर्च उठाने में मुश्किल है या साक्षी भाभी के गहनों के EMI भरने हैं।
(अज्ञात वीर)