Amarnath Yatra 2025 की नई गाइडलाइन्स पर गौर करें तो श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मजबूत की गई है..
अगर आप इस साल अमरनाथ यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। अमरनाथ यात्रा को लेकर इस बार नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं। यात्रा मार्ग को ‘नो फ्लाइंग ज़ोन’ घोषित कर दिया गया है, यानी अब श्रद्धालु केवल पैदल या पालकी के ज़रिए ही बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे।
सुरक्षा के मद्देनज़र बड़ा फैसला
जम्मू-कश्मीर सरकार ने गृह मंत्रालय की सलाह पर यह निर्णय लिया है ताकि तीर्थयात्रा के दौरान सुरक्षा को और सख्त बनाया जा सके। इसके तहत अमरनाथ यात्रा के पूरे रूट को 1 जुलाई से 10 अगस्त तक के लिए नो फ्लाइंग ज़ोन घोषित किया गया है।
हेलीकॉप्टर सेवा पूरी तरह बंद
अब तक श्रद्धालु पहलगाम या बालटाल से हेलीकॉप्टर के जरिए गुफा तक पहुंचते थे, जिससे 10–15 मिनट में यात्रा पूरी हो जाती थी। यह सेवा विशेष रूप से बुजुर्गों और असहायों के लिए काफी मददगार होती थी। लेकिन इस बार यह सुविधा पूरी तरह से बंद कर दी गई है।
यात्रा अब सिर्फ पैदल, घोड़े या पालकी से
श्रद्धालुओं को अब केवल पैदल, घोड़ों (टट्टुओं) या पालकियों की मदद से यात्रा पूरी करनी होगी। यात्रियों को इस बदलाव के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनानी होगी।
यात्रा का शेड्यूल और रजिस्ट्रेशन
अमरनाथ यात्रा इस साल 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 तक चलेगी। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 14 अप्रैल से शुरू हो चुकी है, और श्रद्धालु ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यमों से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
कुल मिला कर कहा ये जा सकता है कि
यह कदम तीर्थयात्रा को अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक अहम प्रयास है। हालांकि हेलीकॉप्टर सेवा बंद होने से कुछ श्रद्धालुओं को असुविधा हो सकती है, लेकिन प्रशासन ने इसे तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लिया है। ऐसे में, अगर आप भी इस पावन यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं, तो नई गाइडलाइंस का पालन अवश्य करें और यात्रा की तैयारी उसी अनुसार करें।