Business करना मुश्किल काम नहीं मगर आसान भी नहीं..नौकरी करना आसान है..किन्तु कमाई तो नौकरी में ही है..आसमान तक !
यदि सच में आपने मन बना ही लिया है तो समझ लीजिये आप बिज़िनेस के लिये ही बने हैं और कम से कम नौकरी के लिये तो नहीं बने हैं. अब शुरू कीजिये इन दस बिन्दुओं को अपने सामने रख कर.
1. अपने “क्यों” को समझें
सबसे पहले खुद से पूछें: मैं किस समस्या का समाधान करना चाहता हूँ, और ये मेरे लिए इतना ज़रूरी क्यों है? यही वजह आपको मुश्किल समय में हिम्मत देगी।
2. छोटे और टिकाऊ आइडिया से शुरुआत करें
ज़रूरी नहीं कि कोई नई खोज हो—सिर्फ इतना काफी है कि:
- लोगों को उसकी ज़रूरत हो
- आप अपनी काबिलियत से उसे पूरा कर पाएं
- आप उसे जल्दी और सस्ते में आज़मा सकें
शायद मीडिया से जुड़ी आपकी कोई सेवा—जैसे कंटेंट कंसल्टिंग, ट्रेनिंग या लोकल न्यूज़ नेटवर्क बनाना—एक बेहतरीन शुरुआत हो सकती है।
3. बाज़ार की हकीकत को समझिए
अपने विचार को ग्राहकों और प्रतिस्पर्धियों से बातचीत करके परखिए:
- आपके आदर्श ग्राहक कौन हैं?
- उन्हें अभी किन समस्याओं का सामना है?
- वे अभी इस परेशानी से कैसे निपट रहे हैं?
4. एक सरल व्यापार योजना बनाएं
कोई लंबा डॉक्यूमेंट नहीं चाहिए—बस साफ़ करें:
- आप क्या बेचेंगे
- किसको बेचेंगे
- कैसे पहुँचेंगे
- कितना खर्च और मुनाफ़ा होगा
- कम से कम 6–12 महीने तक आप कैसे टिकेंगे
5. नौकरी छोड़ने से पहले शुरुआत करें (यदि संभव हो)
अगर तुरंत नौकरी छोड़ने से आर्थिक दबाव बढ़ेगा (खासतौर पर बेटी की पढ़ाई को लेकर), तो:
- पार्ट टाइम शुरू करें
- कुछ महीने का खर्चा बचाएं
- असली ग्राहकों के साथ अपना आइडिया टेस्ट करें
6. अपनी व्यक्तिगत पहचान (ब्रांड) बनाएं
लोग उसी से खरीदते हैं जिस पर उन्हें भरोसा हो। अपनी कहानी—आपका अनुभव, आपका जुनून—लोगों तक पहुँचाइए। आपकी लेखनी में ताक़त है—इसे ब्लॉग, पोस्ट या वीडियो के रूप में बाँटिए।
7. व्यापार के बुनियादी नियम सीखें
हर चीज़ में माहिर होने की ज़रूरत नहीं—but थोड़ा-थोड़ा जानना फ़ायदेमंद रहेगा:
- आमदनी-खर्च का हिसाब
- बिक्री और बातचीत की कला
- प्रचार-प्रसार और स्टोरीटेलिंग
- ग्राहकों और छोटे समूह को संभालना
(इन सभी में मैं आपकी मदद कर सकता हूँ, कदम दर कदम।)
8. मानसिक रूप से तैयार रहें
बिज़नेस चलाना भावनात्मक झूले जैसा होता है। कुछ दिन आप बहुत शक्तिशाली महसूस करेंगे, कुछ दिन बहुत उलझे हुए। लेकिन धीरे-धीरे आप अनिश्चितता के साथ तालमेल बिठाना सीख लेंगे।
9. एक सहायक समूह बनाएं
कुछ साथी उद्यमियों से जुड़िए—जो आपकी तरह शुरुआत कर रहे हों, या पहले कर चुके हों। उनका अनुभव आपके लिए बहुत क़ीमती होगा।
10. अभी से शुरुआत करें—खुले दिल से सीखिए
न परमीशन की ज़रूरत है, न परफेक्शन की। बस शुरू करें। गलतियों से सीखिए, ईमानदारी से बढ़िए, और धीरे-धीरे रास्ता बनाइए।
आप अपनी 10 से 6 वाली नौकरी नहीं छोड़ रहे—आप अपनी असली पहचान की तरफ़ एक कदम बढ़ा रहे हैं। अगर आप चाहें, तो हम मिलकर आपके लिए सही बिज़नेस का आइडिया खोज सकते हैं—जो आपकी खूबियों और जीवन के मकसद से मेल खाता हो।
बोलो फिर, शुरुआत करें?
(प्रस्तुति – त्रिपाठी सुमन पारिजात)