अमरनाथ यात्रा 2025: श्रद्धा और भक्ति की लहरों से सराबोर अमरनाथ यात्रा में अब तक 90 हज़ार से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं..
हर बार की तरह इस बार भी अमरनाथ यात्रा को लेकर लोगों में गहरा उत्साह देखा जा रहा है। मंगलवार को 7,541 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था पवित्र गुफा की ओर रवाना हुआ।
पिछले पांच दिनों से यात्रा पूरी तरह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से चल रही है, और हर दिन श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। मंगलवार को निकला जत्था दो सुरक्षित काफिलों में रवाना हुआ—पहला जत्था सुबह 2:55 बजे 148 वाहनों में 3,321 यात्रियों को लेकर बालटाल बेस कैंप के लिए निकला, जबकि दूसरा जत्था 4:03 बजे 161 वाहनों में 4,220 यात्रियों को लेकर नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ।
प्रशासन ने सुरक्षा के किए हैं अभूतपूर्व इंतज़ाम
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) के अनुसार, सिर्फ जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से ही नहीं, बल्कि अनेक श्रद्धालु सीधे ट्रांजिट कैंपों और बेस कैंपों पर पहुंचकर वहीं पंजीकरण कर यात्रा में शामिल हो रहे हैं। पहलगाम हमले के बाद से प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर बेहद सख्त रुख अपनाया है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा 26 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी।
सुरक्षा के लिए 180 अतिरिक्त CAPF कंपनियां तैनात
यात्रा मार्ग की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस की सहायता के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 180 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। जम्मू से लेकर गुफा मंदिर तक के संपूर्ण मार्ग, दोनों बेस कैंप और ट्रांजिट शिविरों को सुरक्षा बलों ने पूरी तरह सुरक्षित कर लिया है।
स्थानीय लोगों का सहयोग बना यात्रा की ताकत
हर साल की तरह इस बार भी कश्मीर के स्थानीय लोगों ने अमरनाथ यात्रा में भरपूर सहयोग दिया है। पहलगाम आतंकी हमले से क्षुब्ध स्थानीय लोग यात्रा का समर्थन जताने और एकजुटता दिखाने के लिए पहले जत्थे के स्वागत में आगे आए। जब तीर्थयात्री नौगाम सुरंग पार कर काजीगुंड होते हुए घाटी में प्रवेश कर रहे थे, तब स्थानीय लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
गौरतलब है कि यह पवित्र यात्रा 3 जुलाई से शुरू हुई है और 9 अगस्त तक चलेगी। अमरनाथ यात्रा हिंदू श्रद्धालुओं के लिए सबसे पवित्र तीर्थ यात्राओं में से एक मानी जाती है, क्योंकि मान्यता है कि इसी गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य सुनाया था।
(प्रस्तुति -त्रिपाठी अर्चना शेरी)