Arun Singh writes:में आज पढ़िए भोलेबाबा के भावों का सुन्दर रंगों से सजा इंद्रधुनष जिसमे है भक्ति और है आशीर्वाद भी उनका..
महादेव उवाच 💞💞💦💦
“रँगोत्सव वास्तव”
“में”
“मदनोत्सव है प्रेमोत्सव है”
“आपका जीवन आपका ही”
“रंग”
“आपके ही संग आपके ही”
“ढंग”
“आपको ही कह रहा है चल”
“तू मेरे संग”
“ये रंगों का आनन है”
“न चाहो तो भी लगेंगे चाहो”
“तो खुशियों से भर”
“देंगे”
“Nature is blooming”
“there is riots of”
“COLORS”
“रंग सुगन्ध मीठी सी भंग”
“बस केवल मेरे ही”
“संग”
“सच कहता हूँ ज़िन्दगी में”
“आएगी प्यार और खुशियों”
“का अनवरत उमंग”
“तो”
“बस इंतज़ार है रंगीन रँगीली’
“होली केवल आपके”
“और मेरे”
“संग”
“कितने गम् आसां हो जाते”
“मैं और तुम गर हम जाते”
“only beautiful”
“TOGETHERNESS”
“brings out your”
“BEAUTIFUL”
“COLORS”
“कोई शक़ है”
🌜🌹❤🔥💙🌹🌛
(प्रस्तुति: अरुण सिंह)