Champions Trophy 2025: कल रविवार को होने वाला फाइनल देखना मत भूलियेगा क्योंकि ये होगा वह अवसर जब हम पच्चीस साल पहले की पराजय का प्रतिशोध ले सकेंगे..
आज से तकरीबन 25 साल पहले की बात है जब साल 2000 में आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेट खेला गया। इस टूर्नामेंट का आयोजन केन्या में किया गया था। जैसा कि इसके नाम से ही साफ है कि इसमें खेले जाने वाले सभी मुकाबले नॉकआउट मुकाबलों की ही तरह के थे जिसमें हारने वाली टीम को टूर्नामेंट से बाहर ही होना पड़ता है।
इस टूर्नामेंट में कुल 10 टेस्ट प्लेइंग नेशन के अलावा मेजबान टीम केन्या को मिलाकर कुल 11 टीमों ने हिस्सा लिया था। केन्या,भारत, पाकिस्तान,श्रीलंका, बंगलादेश,
वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका,न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे की टीमों ने इसमें भाग लिया था।
इस टूर्नामेंट का फॉर्मेट 50-50 ओवरों वाला वनडे फॉर्मेट था। टूर्नामेंट में कुल तीन प्री क्वार्टर फाइनल और कुल 4 क्वार्टर फाइनल मुकाबले और दो सेमीफाइनल मुकाबले खेलने के बाद फाइनल मुकाबला खेला जाना था। टॉप 5 रैंकिंग वाली टीमों को पहले से ही क्वार्टर फाइनल में जगह मिल चुकी थी वहीं 6 टीमों के बीच प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेले गए थे।
प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेलने वाली टीमें भारत,केन्या,इंग्लैड,श्रीलंका, वेस्टइंडीज,बांग्लादेश थीं वहीं सीधा क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पहुंचने वाली टीमें न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका ऑस्ट्रेलिया,पाकिस्तान, जिम्बाब्वे थीं।
पहला प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबला केन्या और भारत के बीच हुआ जिसमें भारत विजयी हुआ। दूसरे प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में श्रीलंका और वेस्टइंडीज के बीच हुए मुकाबले में श्रीलंका विजयी हुआ। तीसरे प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश और इंग्लैंड के बीच खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड विजयी हुआ। इस तरह भारत,श्रीलंका और इंग्लैंड की टीमों ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी।
पहला क्वार्टर फाइनल मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था जिसमें टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए युवराज सिंह के 80 गेंदों पर 12 चौके की सहायता से बनाए गए 84 रनों की पारी बदौलत 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 265 रन बनाए थे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया मात्र 245 रनों पर आलआउट हो गई थी और इस तरह टीम इंडिया ने मुकाबला 20 रनों से जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
दूसरा क्वार्टर फाइनल मुकाबला पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला गया था जिसमें श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मात्र 194 रनों पर आल आउट हो गई थी और जवाब में पाकिस्तान ने सईद अनवर के नाबाद 105 रनों की बदौलत श्रीलंका को 9 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
तीसरा क्वार्टर फाइनल मुकाबला जिम्बाब्वे और न्यूज़ीलैंड के बीच खेला गया जिसमें न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 265 रन बनाए थे। जिम्बाब्वे इसके जवाब में केवल 201 रनों पर ही सिमट गई और न्यूज़ीलैंड ने मुकाबला 64 रनों से जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
चौथा क्वार्टर फाइनल मुकाबला इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया जिसमें इंग्लैंड केवल 182 रनों पर ही सिमट गया और दक्षिण अफ्रीका ने मुकाबला 8 विकेट से जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था।
पहला सेमीफाइनल मुकाबला पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच खेला गया था जिसमें पाकिस्तान पहले बल्लेबाजी करते हुए केवल 252 रन बनाए थे और न्यूज़ीलैंड ने मुकाबला 4 विकेट से जीतकर फाइनल में प्रवेश किया था।
दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया था। भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने इस मुकाबले में ओपनिंग करते हुए 142 गेंद पर 11 चौके और 6 छक्के की सहायता से नाबाद 141 रनों की पारी खेली थी और टीम इंडिया ने 50 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 295 रन बनाए थे। दक्षिण अफ्रीका जवाब में केवल 200 रनों पर सिमट गई थी और टीम इंडिया ने यह मुकाबला 95 रनों से जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी।
फाइनल मुकाबला 15 अक्टूबर 2000 को नैरोबी में टीम इंडिया और न्यूज़ीलैंड के बीच खेला गया था। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी की थी और एक बार फिर से कप्तान सौरव गांगुली ने शानदार शतकीय पारी खेली थी और 130 गेंदों पर 9 चौकों और 4 छक्कों की सहायता से 117 रनों की पारी खेली थी। सचिन तेंदुलकर ने 83 गेंदों पर 10 चौकों और 1 छक्के की सहायता से 69 रनों की पारी खेली थी। टीम इंडिया ने 50 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 264 रन बनाए थे।
न्यूजीलैंड 265 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए अपने 5 विकेट मात्र 132 रनों पर ही गंवा दिए थे लेकिन आलराउंडरों से भरी हुई न्यूज़ीलैंड की टीम के लिए क्रिस केयर्न्स और क्रिस हैरिस ने शानदार प्रदर्शन करके अपनी टीम को 2 गेंद शेष रहते 4 विकेट से जीत दिला दी। क्रिस केयर्न्स ने 113 गेंद पर 8 चौके और 2 छक्के को सहायता से नाबाद 102 रन तो क्रिस हैरिस ने 72 गेंद पर 4 चौके की सहायता से 46 रनों की पारी खेली थी।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में एक बार फिर से भारत और न्यूज़ीलैंड की टीमें 9 मार्च को आमने सामने होंगी। आज से लगभग 25 साल पहले आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट के फाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों मिली हार का बदला लेने का एक बेहतरीन मौका टीम इंडिया के पास है। उम्मीद है भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड को इस बार जरूर हराएगी और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जरूर जीतेगी।
(अनिल कुमार यादव)