Crime Corner में गौर से देखिए इस आदमी को, ये है कानपुर का रहने वाला भूपेन्द्र…
इसके पास एक सीबीआई के डीएसपी का कॉल आया और इसको बताया कि “भूपेंदर जी आपकी एक आपत्तिजनक वीडियो हमारे पास आई है, आप पर एफआईआर भी हो चुकी है, अब आपका बचना नामुमकिन है। अगर अपनी इज्जत सही सलामत चाहते हो तो 16 हजार रुपये का फाइन भर दो”
भूपेन्द्र गिड़गिड़ाते हुए बोला “अरे नहीं नहीं सर, ऐसा मत करिए, मेरे मम्मी पापा को मत बताइएगा, मुझे एक दिन का समय दीजिए, मैं कुछ प्रबंध करता हूँ”
सीबीआई के डीएसपी बहुत दिलदार व्यक्ति थे, उन्होंने 24 घंटे की मोहलत दे दी। अगले दिन फोन किया तो भूपेन्द्र बोला “देखिए सर, किसी से कहिएगा नहीं, मैंने न अपने घर से एक सोने की चेन चुराई थी, उसे सुनार के पास 3 हजार रुपये में रखा था। वो चेन बहुत भारी है, अगर आप मुझे 3 हजार दे दें, तो मैं वो चेन छुड़ा के, दोबारा उसी सुनार को दे दूँगा और आपके 16 प्लस 3 हजार लौटा दूँगा”
सीबीआई वाले अंकल भले आदमी थे, उन्होंने 3 हजार दे दिए।
पर भूपेन्द्र ने अगले दिन बताया कि “सर मैंने 3 हजार तो लौटा दिए पर ये सुनार मान नहीं रहा, कहता है अपने पापा से बात करवाओ, आप मेरे पापा बन के बात कर लेंगे क्या?”
सीबीआई के डीएसपी ने फिर दरियादिली दिखाई और टेम्परेरी पापा बन गए, सुनार से बात की तो पता चला इत्ते महीने का ब्याज देना कंपलसरी है, इसलिए 4000 और बाकी हैं, वो लौटा दो तो चेन दे देंगे”
डीएसपी ने दिल पर पत्थर रखकर वो भी दे दिए। इस बार चेन छूट गई।
लेकिन अब भूपेन्द्र ने नई समस्या बताई कि “सर मैं माइनर हूँ इसलिए मुझसे कोई चेन खरीद नहीं रहा। लेकिन एक कंपनी पता चली है जो मुझे 1 लाख दस हजार रुपए का लोन दे देगी। लेकिन उसके पास जाने के लिए 3000 रुपये की प्रोसेसिंग फीस देनी पड़ेगी”
इसके बाद जब डीएसपी साहब ने ये तीन हज़ार भी दिए तो फोन पर बड़ी मार्किक बात बोले कि “देखो बेटा, तुम्हारी जितनी मदद हमने की है, उत्ती किसी ने नहीं की होगी। हैं, समझे? हमारी पत्नी के पास आखिरी 3 हजार रुपये थे, ऊ दे नहीं रही थी तो हम 2 थप्पड़ मारे, तब लिए और तुम्हें भेजे, तो बेटा… रीक्वेस्ट कर रहे हैं तुमसे… हमारा भी त्यौहार है, हम तुम्हारा भविष्य बचायें हैं, हमें पैसे भेज दो राजे…”
तब भूपेन्द्र ने कनपुरिया टोन में जवाब दिया कि “हट #$@$@%,,
हई ले हमार $%^*रर…
(के. लाल)