Iran – Israel War: इज़रायल के प्रतिनिधि डैनी डैनन ने कहा कि जब तक ईरान का परमाणु खतरा समाप्त नहीं होता, इज़रायल अपने हमले बंद नहीं करेगा..
मध्य-पूर्व में तनाव चरम पर है। इज़रायल के हालिया हमले में ईरान के एक UAV कमांडर अमीनपुर जौदकी मारे गए हैं। वहीं, इज़रायल ने ईरान के अत्यंत संवेदनशील परमाणु अनुसंधान केंद्र इस्फहान को भी निशाना बनाया है, जहाँ ज़ोरदार विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गईं।
दूसरी ओर, ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए तेल अवीव और हाइफा जैसे प्रमुख इज़रायली शहरों पर बैलिस्टिक मिसाइलों और रॉकेटों से हमला किया। युद्ध के नौवें दिन भी शांति की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है।
दोनों ओर से तीव्र हमले
ईरानी हमले के बाद सेंट्रल इज़रायल की एक चार-मंज़िला इमारत में आग लग गई। राहत दल मौके पर हैं और आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। इस हमले में फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
टाइम्स ऑफ इज़रायल की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के कई हिस्सों में सायरन बजने लगे हैं। इज़रायली एयर डिफेंस सिस्टम ने कुछ मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने में सफलता हासिल की है। इज़रायली सेना के अनुसार, करीब 20 मिसाइलें दागी गईं और दो लोग घायल हुए हैं।
ईरानी समाचार एजेंसी फार्स के मुताबिक, ईरान ने अपने ताज़ा हमलों में लंबी दूरी की अत्यधिक भारी मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। लक्ष्य थे: सैन्य ठिकाने, डिफेंस इंडस्ट्रीज़, और कमांड-एंड-कंट्रोल केंद्र।
इस्फहान में धमाके, परमाणु साइट पर हमला
ईरानी मीडिया ने पुष्टि की है कि इज़रायल ने देश के मध्य में स्थित इस्फहान परमाणु साइट पर मिसाइलें दागी हैं। यह ईरान की सबसे प्रमुख परमाणु परिसरों में से एक है। इससे पहले इज़रायल ने तेहरान में एक पांच मंज़िला इमारत और एक बेकरी पर भी हमला किया था, जिसमें 5 लोग घायल हुए।
ईरान ने इन हमलों के बाद एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया है।
इज़रायल की जवाबी कार्रवाई
इज़रायली सेना ने दावा किया है कि उन्होंने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के सेकेंड UAV ब्रिगेड के कमांडर अमीनपुर जौदकी को मार गिराया है। जौदकी, दक्षिण-पश्चिम ईरान के अहवाज़ क्षेत्र से इज़रायल के खिलाफ सैकड़ों ड्रोन हमलों में शामिल थे।
13 जून 2025 को UAV मुख्यालय के पूर्व कमांडर ताहिर पौर की मौत के बाद जौदकी ने संचालन का जिम्मा संभाला था।
इज़रायली सेना का कहना है कि उन्होंने दक्षिण-पश्चिम ईरान में मिसाइल बैटरियों और लॉन्चिंग साइट्स पर भी हमला किया है ताकि हवाई क्षेत्र में प्रभुत्व हासिल किया जा सके।
🇮🇱 इज़रायली विदेश मंत्री का बयान
इज़रायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने बताया कि ईरान ने हाइफा और बीरशेबा जैसे शहरों को भी निशाना बनाया, जिससे ओटोमन काल की एक मस्जिद क्षतिग्रस्त हो गई। इसके अलावा, इज़रायली गृह मंत्रालय की एक शाखा वाली ऊँची इमारत को भी भारी नुकसान पहुँचा है।
संयुक्त राष्ट्र में आरोप-प्रत्यारोप
संयुक्त राष्ट्र में इज़रायल के प्रतिनिधि डैनी डैनन ने कहा कि जब तक ईरान का परमाणु खतरा समाप्त नहीं होता, इज़रायल अपने हमले बंद नहीं करेगा।
वहीं ईरानी राजनयिक आमिर सईद इरावानी ने सुरक्षा परिषद से कार्रवाई की माँग की और चेतावनी दी कि अमेरिका अगर युद्ध में शामिल हुआ तो हालात और बिगड़ सकते हैं। अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिका दो हफ्तों में यह तय करेगा कि वह इज़रायल का साथ देगा या नहीं।
यूरेनियम संवर्धन पर ईरान की स्थिति
ईरान ने कहा है कि वह यूरेनियम संवर्धन (Enrichment) पर चर्चा को तैयार है, लेकिन पूरी तरह से इसे रोकने की शर्त को स्वीकार नहीं करेगा। एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने बताया कि इज़रायली हमलों के बीच ऐसी किसी भी मांग को अस्वीकार कर दिया जाएगा, जिसमें ईरान से यूरेनियम संवर्धन को पूरी तरह छोड़ने को कहा जाए।
पृष्ठभूमि
इज़रायल ने पिछले शुक्रवार (13 जून, 2025) को ईरान पर हमले शुरू किए थे। इज़रायल का आरोप है कि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने की कगार पर है। हालांकि ईरान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। लेकिन अब तक दोनों पक्षों की ओर से मिसाइलों और ड्रोन से जारी हमलों ने पूरे क्षेत्र को युद्ध की आग में झोंक दिया है।
कुल मिला कर कहा जा सकता है कि
ईरान-इज़रायल संघर्ष अब खुली जंग का रूप ले चुका है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब इस पर टिकी हैं कि क्या कोई कूटनीतिक समाधान निकल सकेगा, या ये युद्ध और अधिक विकराल रूप ले लेगा।
क्या अमेरिका इस युद्ध में कूदेगा? क्या परमाणु खतरे को टाला जा सकेगा? आने वाले दिन इस संघर्ष की दिशा तय करेंगे।