Iran Vs Israel: नई जंग का नया मोर्चा खुल गया है..अब देखना है कि आने वाले दिनों में देश और दुनिया पर इसका क्या असर पड़ता है..
मिसाइलों की गड़गड़ाहट, सायरनों की गूंज और लोगों की बंकरों में भागदौड़ – पश्चिम एशिया एक बार फिर युद्ध की आग में झुलस रहा है। इजरायल द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ के जवाब में ईरान ने ‘ट्रू प्रॉमिस 3’ सैन्य अभियान की शुरुआत कर दी है।
इजरायल की एयरस्ट्राइक और ईरान का पलटवार
13 जून की सुबह, इजरायली वायुसेना ने ईरान पर पहला बड़ा हमला किया। ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ के तहत इजरायल ने 200 से अधिक फाइटर जेट्स की मदद से 100 से ज्यादा सैन्य और परमाणु ठिकानों पर निशाना साधा।
इन हमलों में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी, सेना प्रमुख मोहम्मद बाघेरी, और सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई के करीबी अली शामखानी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मारे गए।
जवाबी कार्रवाई में, ईरान ने शुक्रवार देर रात ‘ट्रू प्रॉमिस 3’ ऑपरेशन के तहत 150 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इनमें से 6 मिसाइलें तेल अवीव में गिरीं, जिससे एक महिला की मौत और 63 लोग घायल हो गए।
इजरायल में रेड अलर्ट, ईरान में आपातकाल
इजरायल में सार्वजनिक चेतावनी सायरन लगातार बज रहे हैं और नागरिकों को बंकरों में रहने का निर्देश दिया गया है। ईरान ने भी सुरक्षा कारणों से अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है और राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है।
इजरायली रक्षा बलों का दावा है कि उनकी एयर डिफेंस प्रणाली ने ईरान के अधिकांश ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट कर दिया।
वहीं, ईरानी मीडिया का दावा है कि इजरायल ने इस्फहान शहर और परमाणु हथियार निर्माण से जुड़े ठिकानों पर मिसाइल हमले किए।
भूतकाल की कड़ियों से जुड़ता संघर्ष
इससे पहले, अप्रैल 2024 में ईरान ने ‘ट्रू प्रॉमिस 1’ के तहत इजरायल पर हमला किया था। यह कार्रवाई सीरिया में ईरानी कॉन्सुलेट पर हुए इजरायली हमले के जवाब में की गई थी।
अक्टूबर 2024 में हुए ‘ट्रू प्रॉमिस 2’ में ईरान ने हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या और अपने सैन्य अड्डों पर हमलों के बदले में जवाबी कार्रवाई की थी।
रातभर दोनों देशों के बीच जबरदस्त युद्ध
बीती रात इजरायल और ईरान के बीच भयंकर एयरस्ट्राइक्स होती रहीं। इजरायल ने तेहरान सहित कई शहरों पर बार-बार हमले किए, जबकि ईरान ने मिसाइलों और ड्रोन के ज़रिए जवाबी हमला किया।
इजरायल में लाखों लोग बंकरों में छिपे हुए हैं, वहीं ईरान में भी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं।
अब तक की रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली हमलों में ईरान में 78 लोग मारे गए और 329 से अधिक घायल हुए हैं।
तनाव की चरम सीमा: युद्ध विराम की उम्मीद क्षीण
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन राइजिंग लॉयन तब तक जारी रहेगा जब तक ईरान के परमाणु खतरे का पूरी तरह खात्मा नहीं हो जाता।
ईरान ने न केवल जवाबी हमलों की चेतावनी दी है, बल्कि अपनी बैलिस्टिक मिसाइल क्षमता को और मजबूत करने की योजना भी बनाई है। साथ ही, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है।
पृष्ठभूमि: वर्षों पुरानी दुश्मनी
इजरायल और ईरान के बीच संबंध वर्षों से तनावपूर्ण रहे हैं।
इजरायल ईरान के परमाणु कार्यक्रम को अपने अस्तित्व के लिए सबसे बड़ा खतरा मानता है, जबकि ईरान, इजरायल की सैन्य कार्रवाई को आक्रामकता और क्षेत्रीय प्रभुत्व की कोशिश बताता है।