Friday, August 8, 2025
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Longevity: लंबी उमर के लिये जिम नहीं सड़क पर जाइये !

Longevity याने लंबी उमर के लिये बड़ा कुछ भी नहीं करना है पर एक छोटा काम रोज करना है..

Longevity याने लंबी उमर के लिये बड़ा कुछ भी नहीं करना है पर एक छोटा काम रोज करना है..

हर दिन की एक साधारण आदत आपके दिल की सेहत को बेहतर बना सकती है और दिल की बीमारी के खतरे को लगभग 50% तक घटा सकती है। यह कहना है प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय भोजराज का, जिन्होंने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि रोज़ाना केवल 20 से 30 मिनट की वॉक करना इस दिशा में बेहद असरदार कदम हो सकता है।

डॉक्टर भोजराज के अनुसार, लंबी उम्र पाने के लिए किसी बड़े या जटिल उपाय की ज़रूरत नहीं होती। उन्होंने लिखा, “आपको बायोहैकिंग या किसी भारी-भरकम फिटनेस रूटीन की ज़रूरत नहीं है। सिर्फ 20 मिनट की टहलने की आदत आपके दिल को सालों तक सुरक्षित रख सकती है। सरलता ही जीवन बचा सकती है।”

डॉ. भोजराज आगे बताते हैं कि 2023 में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन 20-30 मिनट की वॉक करता है, तो वह दिल की बीमारियों के खतरे को लगभग 49% तक कम कर सकता है। उन्होंने यह भी समझाया कि वॉकिंग क्यों इतनी असरदार होती है। इसके पीछे तीन प्रमुख वजहें हैं— यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है, शरीर में रक्त संचार और हार्ट रेट वेरिएबिलिटी को बेहतर बनाती है, और साथ ही तनाव को घटाकर मूड को बेहतर करती है।

डॉ. भोजराज का कहना है कि लंबी उम्र पाने के लिए हाई-इंटेंसिटी ट्रेनिंग या मीलों दौड़ने की ज़रूरत नहीं है। बात सिर्फ नियमित रूप से थोड़ा चलने की है। उनकी सलाह है— “जिंदगी लंबी करनी है तो जिम नहीं, एक वॉक से शुरुआत करें।”

2023 की जिस स्टडी का ज़िक्र उन्होंने किया, उसमें यह भी पाया गया कि तेज़ चलने की आदत न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। तेज़ गति से चलने वालों में मानसिक कमजोरी (कॉग्निटिव डिक्लाइन) का खतरा 64% तक कम पाया गया, जबकि धीमे चलने वाले लोगों में डिप्रेशन, चिंता और याद्दाश्त संबंधी समस्याएं अधिक देखी गईं।

इस अध्ययन से यह साफ होता है कि रोज़ाना तेज़ चलने की आदत न सिर्फ दिल को मज़बूत बनाती है, बल्कि दिमागी सेहत, भावनात्मक संतुलन और जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार लाती है।

(प्रस्तुति- त्रिपाठी किसलय इन्द्रनील)

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