Murder of Young Ladies: भारत में पांच दिनों में दो चर्चित चेहरों की हत्या, पुलिस के खुलासों ने देश को चौंकाया..
सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स वाली दो युवा इनफ्लुएंसर—एक पंजाब की कंचन कुमारी उर्फ कमल कौर भाभी, और दूसरी हरियाणा की शीतल उर्फ सिम्मी चौधरी—की रहस्यमयी और दर्दनाक मौतों ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। दोनों हत्याएं अलग-अलग कारणों से, अलग-अलग तरीकों से की गईं, लेकिन दोनों में सोशल मीडिया का कनेक्शन बेहद अहम रहा।
पंजाब: कमल कौर भाभी की हत्या—”मोरल पुलिसिंग” बना कारण
बठिंडा के आदेश अस्पताल की पार्किंग में 10 जून की सुबह एक कार से बदबू आने पर जब जांच की गई, तो उसमें एक युवती की लाश मिली। वह युवती कोई आम लड़की नहीं, बल्कि सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर कमल कौर भाभी थी, जिनके इंस्टाग्राम पर 4 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स थे।
जांच में सामने आया कि उन्हें गला घोंट कर मारा गया था। CCTV फुटेज में एक सिख युवक कार से उतरते देखा गया। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि अमृतपाल सिंह मेहरों नामक व्यक्ति, जो खुद को धार्मिक कट्टरपंथी मानता था, ने कमल को एक फर्जी प्रमोशन असाइनमेंट के बहाने बठिंडा बुलाया और अपने साथियों जसप्रीत सिंह और निमरतजीत सिंह के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।
तीनों आरोपी निहंग सिख बताए जा रहे हैं और हत्या का मकसद था—कमल की सोशल मीडिया पोस्ट्स को “पंथ के खिलाफ” मानना। अमृतपाल हत्या के बाद उसी दिन देश से फरार होकर UAE चला गया, जबकि दो अन्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
जांच में ये भी खुलासा हुआ कि अमृतपाल पहले मुस्लिम था, फिर सिख बना और बाद में खुद को ‘धार्मिक रक्षक’ समझते हुए ऐसी कई लड़कियों को धमका चुका है। यहां तक कि पाकिस्तान का गैंगस्टर शहजाद भट्टी भी उसके कृत्यों को सही ठहरा चुका है।
हरियाणा: शीतल उर्फ सिम्मी की मौत—”इश्क, शक और कत्ल”
14 जून को हरियाणा के पानीपत की म्यूजिक आर्टिस्ट और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर शीतल उर्फ सिम्मी चौधरी अचानक लापता हो गईं। वह एक शूट के लिए निकली थीं लेकिन उसके बाद उनका फोन बंद हो गया। आखिरी बार उन्हें उनके ब्वॉयफ्रेंड सुनील के साथ देखा गया था।
पुलिस जांच में पता चला कि सुनील खुद घायल अवस्था में एक अस्पताल में भर्ती है और उसकी कार पानीपत की नहर में मिली। कुछ ही घंटे बाद सोनीपत में एक युवती की लाश मिली, जिसकी पहचान उसके टैटूज़ से शीतल के रूप में हुई।
पोस्टमॉर्टम में उसके गले पर धारदार हथियार से हमला होने के निशान मिले। पूछताछ में सुनील ने कुबूल किया कि उसने जलन और शक के चलते शीतल की हत्या कर दी। दोनों के बीच झगड़ा उस वक्त और बढ़ गया जब शूट से लौटते समय किसी अन्य लड़के का शीतल को फोन आया। गुस्से में सुनील ने उसे मारकर नहर में फेंक दिया।
शोहरत की दुनिया के साये में घातक खतरे
ये दोनों घटनाएं सोशल मीडिया की चकाचौंध भरी दुनिया के पीछे छिपे खतरों की गंभीर चेतावनी हैं। जहां एक तरफ धार्मिक कट्टरता की सोच ने एक इनफ्लुएंसर की जान ले ली, वहीं दूसरी तरफ प्रेम में पैदा हुआ अविश्वास दूसरी हत्या का कारण बना।
दोनों मामलों में पुलिस ने अहम खुलासे किए हैं, लेकिन सवाल ये है—क्या समाज सोशल मीडिया पर उभरते चेहरों को स्वीकार करना सीख पाया है? और क्या संवैधानिक तंत्र इन उभरते खतरों से निपटने को तैयार है?