Wednesday, June 25, 2025
Google search engine
HomeविशेषScience: आइंस्टीन की थ्योरी E = mc² का सरल शब्दों में अर्थ

Science: आइंस्टीन की थ्योरी E = mc² का सरल शब्दों में अर्थ

Science: आइंस्टीन की सुप्रसिद्ध थ्योरी E = mc² का सरल शब्दों में अर्थ यहां समझिये ..

Science: आइंस्टीन की सुप्रसिद्ध थ्योरी E = mc² का सरल शब्दों में अर्थ यहां समझिये ..

आइंस्टीन का सूत्र E = mc² बहुत ही सरल है, लेकिन इसका अर्थ बहुत गहरा है। इसे सरल शब्दों में समझाएं तो:

E = ऊर्जा (Energy)

m = द्रव्यमान (Mass)

c = प्रकाश की गति (Speed of Light, जो लगभग 3 × 10^8 मीटर प्रति सेकंड है)

इस सूत्र का मतलब है कि ऊर्जा (E) और द्रव्यमान (m) एक-दूसरे में बदल सकते हैं। यानी, द्रव्यमान को ऊर्जा में और ऊर्जा को द्रव्यमान में बदला जा सकता है।
उदाहरण:

परमाणु बम: इसमें थोड़े से द्रव्यमान को बहुत बड़ी ऊर्जा में बदला जाता है।

सूरज: सूरज में हाइड्रोजन का द्रव्यमान ऊर्जा में बदलता है, जिससे गर्मी और रोशनी पैदा होती है।

सरल शब्दों में:

द्रव्यमान ऊर्जा का एक रूप है।

थोड़े से द्रव्यमान से बहुत ज्यादा ऊर्जा पैदा हो सकती है, क्योंकि प्रकाश की गति (c) बहुत ज्यादा है और यह सूत्र में वर्ग (²) के रूप में है।

इसलिए, E = mc² यह बताता है कि ऊर्जा और द्रव्यमान एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments