Wednesday, June 25, 2025
Google search engine
Homeक्रिकेटVirat Kohli: 'तूफान मचा दे -मैं तेरे साथ हूं !' किंग कोहली...

Virat Kohli: ‘तूफान मचा दे -मैं तेरे साथ हूं !’ किंग कोहली के शब्दों ने यश दयाल की ज़िंदगी बदल दी

Virat Kohli: "तूफ़ान मचा दे, मैं हूँ तेरे साथ": विराट कोहली ने  पिछले साल आईपीएल 2024 में यश दयाल को गले लगा कर जो कहा वो बना भावनाओं की मिसाल..

Virat Kohli: “तूफ़ान मचा दे, मैं हूँ तेरे साथ”: विराट कोहली ने  पिछले साल आईपीएल 2024 में यश दयाल को गले लगा कर जो कहा वो बना भावनाओं की मिसाल..

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के तेज़ गेंदबाज़ यश दयाल के पिता, चंद्रपाल दयाल ने हाल ही में उस अनकही कहानी को साझा किया जिसमें विराट कोहली ने उनके बेटे को सबसे कठिन दौर से उबरने में मदद की।

साल 2023: गिरावट के क्षण और विराट की प्रेरणा

टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक साक्षात्कार में चंद्रपाल ने बताया कि 2023 में, जब यश गुजरात टाइटंस का हिस्सा थे, उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अंतिम ओवर में रिंकू सिंह को 30 रन दे दिए थे। इस एक ओवर ने उनके आत्मविश्वास को झकझोर दिया।

लेकिन तभी विराट कोहली ने उनसे विशेष बातचीत की और कहा—
“तूफ़ान मचा दे। मैं हूँ तेरे साथ। चिंता मत करना। मेहनत करना कभी मत छोड़ना। गलतियाँ होंगी, उनसे सीखना और आगे बढ़ते रहना।”

कोहली के ये शब्द केवल सलाह नहीं थे, बल्कि यश के लिए एक नई शुरुआत का मार्ग बन गए।

साल 2024: वापसी की कहानी

एक साल बाद, 2024 में यश ने खुद को साबित करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ आखिरी ओवर में 16 रन बचाकर RCB को प्लेऑफ़ में पहुँचाया।

फिर 3 मई को, एक बार फिर वही टीम, वही दबाव, और इस बार 14 रन डिफेंड करके उन्होंने चिन्नास्वामी स्टेडियम में दो रन से जीत दिलाई। यह प्रदर्शन न सिर्फ मैच जिताऊ था, बल्कि आत्मविश्वास का सजीव प्रमाण भी।

“विराट ने उसमें निडरता भर दी”

चंद्रपाल ने आगे बताया,- “RCB से जुड़ने के बाद विराट ने यश को पूरा समर्थन दिया। वह अकसर उसे अपने कमरे में बुलाते थे, और कई बार खुद उसके पास चले जाते थे। उन्होंने 2023 के उस ओवर पर विस्तार से बात की और उसे भरोसा दिया कि मेहनत करते रहो, मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ। यही भरोसा उसके आज के खेल में झलकता है।”

“कई गेंदबाज़ टूटते हैं, पर विराट ने उसे उठाया”

गर्व से भरे पिता ने कहा— “मैंने कई तेज़ गेंदबाज़ों को दबाव में बिखरते देखा है, लेकिन विराट ने यश को टूटने नहीं दिया। उन्होंने उसे अपने हाथों से संभाला है।”

RCB की नई गाथा में यश का नाम

इन दोनों महत्वपूर्ण मैचों में यश ने एम.एस. धोनी जैसे दिग्गज का विकेट लिया, और RCB के इतिहास में एक विशेष स्थान बना लिया।

हालाँकि उनके सीज़न के आँकड़े (10 विकेट, औसत 34.60) बहुत प्रभावशाली नहीं हैं, लेकिन निर्णायक मौकों पर उनका योगदान अविस्मरणीय रहा है।

सारांश संदेश

यश दयाल की कहानी सिर्फ एक खिलाड़ी की वापसी नहीं, बल्कि एक सच्चे नेता की प्रेरणा की मिसाल है।
विराट कोहली के शब्दों ने एक हिचकते हुए युवा को निडर योद्धा में बदल दिया।
कभी-कभी मैदान के बाहर कहे गए कुछ शब्द, जीवन की दिशा बदल देते हैं — और विराट ने ठीक वही किया।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments