Hijab Controversy: हिजाब विवाद पर आया आपराधिक मोड़ – पाकिस्तान में बैठे अंडरवर्ल्ड डॉन की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कथित धमकी, वीडियो संदेश से मामला हुआ गंभीर..
बिहार की राजधानी पटना में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान महिला डॉक्टर का हिजाब हटाने की घटना अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद का रूप ले चुकी है। इस मामले में पाकिस्तान स्थित अंडरवर्ल्ड डॉन शहजाद भट्टी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की है। इस वीडियो को लेकर राजनीतिक हलकों और सुरक्षा एजेंसियों में गंभीर चिंता देखी जा रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में शहजाद भट्टी ने सवाल उठाया कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को किसी सार्वजनिक मंच पर मुस्लिम महिला के साथ इस तरह का व्यवहार करने का अधिकार कैसे हो सकता है। उसने मुख्यमंत्री के इस कृत्य को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि उन्हें तत्काल अपने व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए।
वीडियो संदेश में शहजाद भट्टी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि इस घटना को लेकर कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न होती है, तो इसकी जिम्मेदारी उसी व्यक्ति की होगी जिसने यह कदम उठाया। इस बयान को मुख्यमंत्री के खिलाफ परोक्ष धमकी के रूप में देखा जा रहा है। शहजाद भट्टी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का निवासी बताया जाता है और उस पर सोशल मीडिया के माध्यम से भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने के आरोप हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उसके संबंध पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठनों से भी बताए जाते हैं। वह स्वयं को पाकिस्तान का सच्चा सिपाही और इस्लामी विचारधारा का अनुयायी बताता है।
इस पूरे घटनाक्रम पर बिहार पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं और वीडियो संदेश या कथित धमकी पर कोई आधिकारिक टिप्पणी करने से बच रहे हैं।
कैसे शुरू हुआ विवाद
यह विवाद उस समय सामने आया जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में नवनियुक्त आयुष (AYUSH) डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र वितरित कर रहे थे। यह कार्यक्रम 1,283 नए आयुष डॉक्टरों की नियुक्ति से जुड़ा था, जिनमें 685 आयुर्वेद, 393 होम्योपैथी और 205 यूनानी चिकित्सक शामिल थे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने डॉक्टर नुसरत परवीन को नियुक्ति पत्र सौंपा। उस समय डॉक्टर नुसरत हिजाब पहने हुई थीं। नियुक्ति पत्र देने के बाद मुख्यमंत्री ने कथित रूप से हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा, “यह क्या है?” जब डॉक्टर ने उत्तर दिया कि यह हिजाब है, तो मुख्यमंत्री ने उनसे इसे हटाने को कहा।
बताया जा रहा है कि इसके बाद मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक मंच पर स्वयं उनका हिजाब हटा दिया। स्थिति को संभालने के लिए वहां मौजूद एक अधिकारी ने तुरंत डॉक्टर नुसरत को मंच से अलग कर लिया। इसी दौरान मंच पर खड़े उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सम्राट चौधरी को मुख्यमंत्री की आस्तीन खींचते हुए देखा गया, जिसे उन्हें रोकने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद देशभर में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं ने मुख्यमंत्री से माफी और इस्तीफे की मांग तक कर दी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता एजाज अहमद ने मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह घटना महिलाओं और विशेष रूप से मुस्लिम महिलाओं का अपमान है। उन्होंने दावा किया कि यह पूरी घटना एनडीए सरकार की मुस्लिम समुदाय के प्रति सोच को उजागर करती है।
एजाज अहमद ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब भाजपा और आरएसएस को खुश करने की राजनीति में पूरी तरह डूब चुके हैं। उनका कहना था कि जब मुख्यमंत्री जैसे पद पर बैठा व्यक्ति ऐसा आचरण करता है, तो यह संकेत देता है कि बिहार में आरएसएस की विचारधारा को पूरी तरह लागू किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि नीतीश कुमार को न केवल माफी मांगनी चाहिए, बल्कि पूरे महिला समाज से क्षमा याचना करनी चाहिए।
पहले भी विवादों ने घेरा है नीतीश कुमार को
यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सार्वजनिक मंच पर अपने आचरण को लेकर विवादों में घिरे हों। इससे पहले विधानसभा चुनावों से पहले पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगान बजते समय तालियां बजाने को लेकर भी वे आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे।
उस समय विपक्षी दलों ने इस व्यवहार को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी थी और यहां तक कि मुख्यमंत्री के मेडिकल परीक्षण की मांग भी की थी। हालांकि, जद(यू) ने विपक्ष के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री पूरी तरह स्वस्थ हैं और सामान्य रूप से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।
वर्तमान हिजाब विवाद ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजनीतिक, सामाजिक और अब सुरक्षा से जुड़े गंभीर सवालों के केंद्र में ला खड़ा किया है।
(प्रस्तुति -त्रिपाठी पारिजात)



