Aafia Siddiqui अभी अमेरिका की एक जेल में बंद है वह पिछले कई सालों से जेल में है और अमेरिकी कानून ने उसे जब तक वह जिंदा रहेगी तब तक जेल में रखने का सजा सुनाई है..
अगर आप डॉक्टरों के आतंकी बनने पर आप आश्चर्यचकित हो रहे हैं तो अमेरिका में बेहद शानदार जिंदगी जीने वाली आफिया सिद्दीकी के बारे में जान लीजिये. अमेरिका में दुनिया की सर्वोच्च संस्था मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी करके अमेरिका की न्यूक्लियर साइंस विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर की नौकरी करने वाली डॉक्टर आफिया सिद्दीकी अपने 5 बच्चों और रेसिन जिहाद करने वाले पति को छोड़कर आतंकवादी बन गई थी
पाकिस्तानी मूल की एक लड़की आफिया सिद्दीकी पढ़ने में बहुत ब्रिलियंट थी। आगा खान ट्रस्ट के स्कॉलरशिप पर उसने प्रतिष्ठित MIT से न्यूक्लियर साइंटिस्ट में मास्टर्स डिग्री लिया और फिर आगा खां ट्रस्ट के स्कॉलरशिप पर उसने अमेरिका में ही न्यूरो न्यूक्लियर साइंटिस्ट में पीएचडी की.
उसके बाद वह अमेरिका के न्यूक्लियर साइंस विभाग में बड़े पद पर काम करने लगी साथ ही साथ वह अमेरिका की दो यूनिवर्सिटी में पीएचडी और मास्टर्स डिग्री वाले बच्चों को न्यूक्लियर साइंस की प्रैक्टिकल नॉलेज भी पार्ट टाइम में देती थी वह अमेरिका की कुछ चुनिंदा लोगों में से थी जिसे यूरेनियम और कलपुर्जे ले जाने पर कोई रोक-टोक नहीं था।
उसका पति भी बहुत बड़ा साइंटिस्ट था उसके 5 बच्चे थे कुछ समय के बाद वह बहुत कट्टर आतंकवादी बनने लगी। वह आतंकवादियों को परमाणु बम बनाने की ट्रेनिंग देने के फिराक में थी और उसने अपने घर पर इतना युरेनियम जमा कर लिया था जिससे एक छोटा मोटा परमाणु बम बनाया जा सके।
इतना ही नहीं वह 9/11 के प्रमुख आतंकी खालिद शेख मोहम्मद के संपर्क में भी थी और उसने तीन आतंकवादियों को अपने घर पर पनाह भी दिया था वह इतनी ज्यादा कट्टरपंथी हो गई थी कि अपने वैज्ञानिक पति को तलाक देकर उसने आतंकी खालिद शेख मोहम्मद के आतंकी भतीजे से दूसरा निकाह कर लिया जबकि वह 5 बच्चों की मां थी
वह जब अमेरिका छोड़कर अफगानिस्तान में आतंकवादियों के साथ रहने लगी तब से अमेरिका उसके ऊपर कड़ी नजर रख रहा था। वह आतंकवादियों के लिए एक न्यूक्लियर साइंस लैबोरेट्री बना रही थी और जब उसे अमेरिकी मरीन फोर्स ने अफगानिस्तान में गिरफ्तार किया था तब उसने एक अमेरिकी सैनिक का 9 MM पिस्टल छीनकर गोलीबारी करके दो अमेरिकी सैनिकों का कत्ल भी कर दिया था।
आफिया सिद्दीकी अभी अमेरिका की एक जेल में बंद है वह पिछले कई सालों से जेल में है और अमेरिकी कानून ने उसे जब तक वह जिंदा रहेगी तब तक जेल में रखने का सजा सुनाई है। यहां तक कि उसके कारनामे सुनकर अमेरिका की उस जेल में बंद दूसरी महिला कैदी जो अमेरिकी थी उन्होंने उसकी जमकर कंबल पिटाई भी कर दिया था जेल में उसके ऊपर तीन बार हमले हुए इसीलिए उसे जेल के एक विशेष सेल में रखा गया है।
दुनिया में आतंक की फैक्ट्री चलाने वाला देश पाकिस्तान उसकी रिहाई के लिए बहुत कोशिश कर रहा है। और पाकिस्तान की मूर्खता देखिए ओसामा बिन लादेन का पता लगाने के लिए अमेरिका की सीआईए ने एक पाकिस्तानी डॉक्टर शकील अफरीदी को पैसे देकर इलाके में टीकाकरण कार्यक्रम करवाया था फिर इस टीकाकरण के बहाने ओसामा बिन लादेन और उसके पूरे परिवार का पता चला था पाकिस्तान ने अपने ही डॉक्टर शकील अफरीदी को अमेरिका के लिए जासूसी करने के आरोप में कैद में रखा है।
पाकिस्तान ने कई बार अमेरिका से प्रस्ताव रखा है कि मैं डॉक्टर शकील आफरीदी को रिहा कर देता हूं आप बदले में डॉक्टर आफिया सिद्दीकी को रिहा कर दीजिए तब अमेरिका ने यही जवाब दिया है अबे तू हमको पागल समझा है क्या बे डॉक्टर शकील अफरीदी तेरा नागरिक है तो उसके साथ जो चाहे वह करो।
डॉ आफिया सिद्दीकी को रिहा करवाने के लिए कई बार आतंकियों ने भी कोशिशें की । एक साल पहले पाकिस्तानी ने दो ak-56 लेकर टेक्सास के यहूदियों के पूजा स्थल सिनेगॉग में घुसकर कई यहूदियों को बंधक बना लिया और अब वह अमेरिकी सरकार से मांग कर रहा है कि आफिया सिद्दीकी को रिहा किया जाए वरना वह यहूदी बंधकों को मार देगा। फिर स्वाट कमांडो ने उसे आतंकी का भेजा उड़ा दिया। सच ये है कि जो जिहादी जितना ज्यादा पढ़ा लेता है वह उतना ही बड़ा आतंकवादी बनता है।
(शनि सिंह, गोरखपुर)



