Amitabh Bachchan की ऑन-स्क्रीन बहन रहीं हेमा मालिनी की हमशक्ल एक्ट्रेस की घर में संदिग्ध हालत में मिली लाश, आज भी रहस्य बनी हुई है दर्दनाक मौत..
बॉलीवुड की दुनिया में यह अक्सर देखा गया है कि कई कलाकारों की शक्ल-सूरत किसी न किसी बड़े सितारे से मिलती-जुलती बताई जाती है। कई बार तो दर्शक भी इन्हें पहचानने में धोखा खा जाते हैं। 70 के दशक में भी एक ऐसी अभिनेत्री सामने आई थीं, जिन्हें उनकी खूबसूरती और चेहरे की समानता के कारण लगातार हेमा मालिनी से तुलना का सामना करना पड़ा। लोग उन्हें दूसरी “ड्रीम गर्ल” तक कहने लगे थे। लेकिन बेहद कम लोग जानते हैं कि इस अभिनेत्री की जिंदगी का अंत एक ऐसे रहस्य में हुआ, जो आज तक सुलझ नहीं सका।
जिस अभिनेत्री की चर्चा हो रही है, उनकी शक्ल काफी हद तक हेमा मालिनी से मेल खाती थी। यही वजह थी कि फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखते ही उनकी अलग पहचान बन गई। उन्होंने 1970 के दशक में फिल्मों में एंट्री की और बहुत कम समय में दर्शकों और फिल्ममेकर्स की नजरों में आ गईं। हालांकि, उनके साथ जो बाद में हुआ, उसकी कल्पना भी शायद उन्होंने नहीं की होगी।

इस अभिनेत्री का असली नाम रुखसाना था। फिल्मों में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर मधु मालिनी रख लिया, क्योंकि उनका चेहरा और अंदाज लोगों को हेमा मालिनी की याद दिलाता था। नाम बदलने के बाद भी मधु मालिनी को कभी मुख्य नायिका के रूप में बड़ी फिल्में नहीं मिल सकीं, लेकिन सहायक भूमिकाओं में उन्होंने अपनी मौजूदगी जरूर दर्ज कराई।
फिल्मी करियर के शुरुआती दौर में मधु मालिनी को अधिकतर छोटे और सीमित किरदार ही मिले। उन्हें वैसा बड़ा स्टारडम हासिल नहीं हो पाया, जिसकी उम्मीद अक्सर नए कलाकार रखते हैं। इसके बावजूद वह लगातार काम करती रहीं। साल 1978 में रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म ‘मुकद्दर का सिकंदर’ उनके करियर के लिए बेहद अहम साबित हुई और इसी फिल्म ने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई।

‘मुकद्दर का सिकंदर’ में मधु मालिनी ने अमिताभ बच्चन की बहन का किरदार निभाया था। यह भूमिका भले ही मुख्य नहीं थी, लेकिन दर्शकों ने उनके अभिनय को सराहा। इस फिल्म के बाद मधु मालिनी को लगातार काम मिलने लगा। उन्होंने ‘लावारिस’, ‘खुद्दार’, ‘एक दूजे के लिए’ और ऐतिहासिक फिल्म ‘रजिया सुल्तान’ जैसी कई चर्चित फिल्मों में अलग-अलग तरह के रोल निभाए।
जैसे-जैसे मधु मालिनी की लोकप्रियता बढ़ी, वैसे-वैसे उनकी तुलना हेमा मालिनी से और ज्यादा होने लगी। उनकी समानता इतनी चर्चित हो गई कि रुखसाना के बजाय लोग उन्हें मधु मालिनी के नाम से ही पहचानने लगे। फिल्म ‘अवतार’ ने उन्हें एक नई पहचान दी, जिसमें उन्होंने राजेश खन्ना की बहू की भूमिका निभाई। इस किरदार ने उनके करियर को कुछ हद तक मजबूती दी।
हालांकि, हिंदी सिनेमा में मनचाहा मुकाम न मिलने के कारण मधु मालिनी ने बाद में रीजनल फिल्मों की ओर रुख किया। उन्होंने तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, गुजराती और पंजाबी सिनेमा में काम किया। क्षेत्रीय फिल्मों में उन्होंने अपनी अलग छवि बनाई और वहां उनका काम खूब सराहा गया।

लेकिन उनकी निजी जिंदगी का अंत बेहद दर्दनाक और रहस्यमय रहा। 1980 के दशक के आखिर में मधु मालिनी की मौत ने फिल्म इंडस्ट्री को चौंका दिया। एक दिन वह अपने ही घर में मृत अवस्था में पाई गईं। उनकी मौत किन हालात में हुई, क्या यह हत्या थी या उन्होंने खुद अपनी जान ली, इसका कोई साफ जवाब कभी सामने नहीं आ सका।
मधु मालिनी की संदिग्ध मौत को लेकर कई सवाल उठे, लेकिन कोई ठोस सच्चाई सामने नहीं आई। समय के साथ यह मामला ठंडा पड़ता गया और उनकी मौत एक अनसुलझे रहस्य के रूप में इतिहास के पन्नों में दफन हो गई। आज भी उनकी जिंदगी और मौत की कहानी बॉलीवुड के सबसे रहस्यमय अध्यायों में गिनी जाती है।
(प्रस्तुति – अर्चना शैरी)



