Wednesday, August 6, 2025
Google search engine
Homeअजब ग़ज़बBlack Hole: क्या ब्लैक होल में कूदना सुरक्षित है? - हाँ,...

Black Hole: क्या ब्लैक होल में कूदना सुरक्षित है? – हाँ, मगर एक शर्त है

Black Hole:  अगर आपका दिल करे कि आप ब्लैक होल में कूदना चाहें तो ये आपके लिये कितना सुरक्षित है? -इसका जवाब वैज्ञानिकों ने दिया है – सुरक्षित है पर एक शर्त के साथ!

वैज्ञानिकों के अनुसार, इंसान वास्तव में ब्लैक होल के अंदर जाकर उसका अध्ययन कर सकता है। लेकिन जो व्यक्ति अंदर जाएगा, वह कभी भी अपने अनुभवों के बारे में दूसरों को नहीं बता पाएगा… और न ही वापस लौट पाएगा।

ऐसा इसलिए क्योंकि “सुपरमैसिव ब्लैक होल” (अत्यधिक विशाल ब्लैक होल) अपेक्षाकृत “थोड़े सुरक्षित” होते हैं। जैसा कि फिल्म इंटरस्टेलर में दिखाया गया था, वैज्ञानिक अब मानते हैं कि ब्लैक होल को करीब से देखा जा सकता है — लेकिन एक शर्त के साथ।

अगर आप ब्लैक होल में कूदने की सोच रहे हैं, तो यह मत समझिए कि आप कभी वापस आ पाएंगे।

ग्रिनेल कॉलेज के वैज्ञानिकों का कहना है कि

“एक इंसान तभी ऐसा कर सकता है जब ब्लैक होल ‘सुपरमैसिव’ हो, वह अके ला हो, और वह व्यक्ति यह उम्मीद न रखे कि वह अपनी खोज के बारे में किसी को बता पाएगा।”

विज्ञान की दृष्टि से देखिये

सुपरमैसिव ब्लैक होल इतने विशाल होते हैं कि उनके अलग-अलग हिस्सों के बीच की दूरी भी बहुत अधिक होती है। इस वजह से, जब कोई व्यक्ति इनमें गिरता है, तो वह छोटे ब्लैक होल्स की तुलना में ज्यादा देर तक सचेत रह सकता है।

जब कोई ब्लैक होल के “इवेंट होराइजन” (वह सीमा जिसके बाद कुछ भी वापस नहीं आ सकता) के पास पहुँचता है, तो उसके सिर और पैरों पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल बहुत अलग होता है। इसी वजह से वह व्यक्ति “स्पैगेटी” की तरह खिंच जाता है — वैज्ञानिक इसे “स्पैगेटिफिकेशन” कहते हैं।

लेकिन अगर ब्लैक होल बहुत बड़ा हो, तो यह खिंचाव धीमा होता है और इंसान कुछ समय तक बचा रह सकता है — हालाँकि वापसी फिर भी असंभव है।

कुछ रोचक तथ्य:

  • अगर किसी ब्लैक होल का आकार हमारे सूरज जितना हो, तो उसका इवेंट होराइजन लगभग 3 किलोमीटर (2 मील) का होगा।

  • लेकिन हमारी मिल्की वे गैलेक्सी के केंद्र में मौजूद सुपरमैसिव ब्लैक होल हमारे सूरज से 40 लाख गुना बड़ा है, और इसका इवेंट होराइजन 73 लाख मील (17 सूरजों के बराबर) चौड़ा है!

इसलिए, ऐसे ब्लैक होल में गिरने पर सिर और पैर पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल हजारों अरब गुना अलग हो सकता है — यही तय करता है कि आप स्पैगेटिफिकेशन का शिकार होंगे या नहीं।

लेकिन वापसी क्यों नहीं हो सकती?

वैज्ञानिक अभी भी यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या ब्लैक होल कभी ऊर्जा या जानकारी बाहर छोड़ते हैं। लेकिन अगर ऐसा होता भी है, तो वह किसी यात्री का संदेश या मोर्स कोड नहीं होगा।

हालाँकि, इंटरस्टेलर जैसी फिल्मों की तरह हम कल्पना कर सकते हैं कि भविष्य में कोई ऐसी तकनीक विकसित हो जो किसी को ब्लैक होल से बाहर निकाल सके।

कुल मिला कर कहा जा सकता है कि

हाँ, ब्लैक होल में जाना संभव है — लेकिन यह एक “वन-वे ट्रिप” है, जिसमें वापसी का कोई रास्ता नहीं। वैज्ञानिक दृष्टि से यह एक रोमांचक खोज हो सकती है… लेकिन यह जोखिम भरी भी है!

(प्रस्तुति- त्रिपाठी किसलय इन्द्रनील)

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments