Black Magic Village:इस गांव जैसा नजारा नहीं देखा होगा आपने. अगर आपको लगता है ऐसा कुछ नहीं है, ये मजाक है तो आप गलत हैं. बिलकुल ऐसा है एक गांव इस दुनिया में..
इस गांव में आने वालों को तोता-लोमड़ी बना दिया जाता है क्योंकि ये गांव काला जादू और तंत्र-मंत्र का एक डरावना केन्द्र माना जाता है.
इस गाँव का नाम है मायोंग. इसके बारे में कहा जाता है कि यहां के रहने वाले काले जादू में निष्णात हैं और भाँति-भाँति के तंत्र-मंत्र की विधाओं के अभ्यास में लगे रहते हैं. यहां तो काले जादू का एक म्यूजियम भी बना हुआ है.
भारत का है ये गाँव
ये मायोंग नामका गाँव भारत में है. भारत के तीस राज्यों में से एक असम का ये गाँव अपने राज्य असम की तरह इसकी भी अपनी एक खास पहचान है. वैसे तो इस गाँव की पहचान दुनिया में सबसे अनोखी है क्योंकि यहां जो होता है कहीं नहीं होता. इस गांव को जितना उसकी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, उससे ज्यादा इसे यहाँ के काले जादू और तंत्र-मंत्र की विद्या के कारण जाना जाता है.
रहस्यमय गांव है ये असम राज्य का
रहस्यमयी छवि वाला ये गाँव असम के गुवाहाटी शहर से करीब पचास किलोमीटर दूर स्थित है. असम में मायोंग गाँव ‘ब्लैक मैजिक कैपिटल’ के नाम से भी जाना जाता है. इस गांव की मान्यतायें भी कम अजीबो गरीब नहीं हैं, साथ ही इस गांव से जुड़ी डरावनी कहानियां भी लोगों को यहां आने से डरा कर रोक देती हैं.
काले जादू के उस्ताद हैं ये लोग
कहा जाता है कि मायोंग के लोग काले जादू के उस्ताद होते हैं. अलग अलग तरह के तंत्र-मंत्र की विधाओं के अभ्यास में लगे रहते हैं. एक काला जादू म्यूजियम भी यहां पर बना हुआ है जहां तंत्र-मंत्र से जुड़ी चीज़ें और काले जादू से संबंधित बहुत सी रहस्यमयी चीजें रखी जाती हैं. और तो और, इस गांव में एक रिसर्च सेंटर भी है, जहां लोग काले जादू पर अलग अलग तरह के शोध और अध्ययन करते हैं. एक और डरावनी बात इस गाँव से जुडी है वो ये है कि पहले के समय यहां पहले नरबलि भी दी जाती थी. इस तांत्रिक क्रिया के लिए एक विशेष स्थान भी यहां बना हुआ था, जहां कोई मूर्ति तो नहीं थी, पर वहां एक बलि देने का एक हथियार हुआ करता था.
प्रचलित है एक भयानक कहानी
गाँव से जुड़ी एक एक और भयावह कहानी यहां प्रचिलित है. इस कहानी के अनुसार पहले इस गांव में महिलाओं का शासन चलता था. उस समय वे अक्सर पुरुषों से नाराज हो कर उनको जादू से जानवर बना देती थीं. ये भी कहा जाता है कि यदि कोई पुरुष इस गांव में बाहर से आता था, तो महिलाएं उसे जादू से अपना पालतू जानवर बना देती थीं. यही वजह है कि मायोंग गांव से जुड़ी ‘जानवर बनाने’ की कहानियां दूर तक फैलती चली गईं.
इलाज के लिये भी तंत्र-मंत्र किया जाता है
मायोंग में तंत्र-मंत्र की विद्या वाले इस गाँव में कुछ विशिष्ट मंत्र भी सुने जाते हैं जो रोगों के उपचार में काम में लिये जाते हैं. जैसे ‘बाटी चोरण मंत्र’ से आंखों की दिक्कत दूर की जाती है, ‘जोरा मंत्र’ से दर्द का इलाज किया जाता है और ‘बन कोटा विद्या’ से भूत-प्रेत को भगाये जाते हैं. लेकिन गांव के लोग इन मंत्रों को गोपनीय रखते हैं और कभी भी बाहर के लोगों से साझा नहीं करते. इस कारण इस गांव के रहस्य और भी गहरा गये हैं.
महाभारत काल का है ये गाँव
बताया जाता है कि इस रहस्यमय मायोंग गांव का इतिहास महाभारत से जुड़ा हुआ है. उस काल में इस गाँव में काले जादू का अभ्यास किया जाता था. हालांकि, इस गांव से जुड़ी तमाम रहस्यमयी बातों को लोकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता कि इनमें कितनी सच्चाई है. पर इस मायोंग गांव की माया ऐसी है कि इसकी खौ़फनाक छवि दूर दूर के लोगों में डर पैदा करती है.