Delhi Blast: दिल्ली लाल किला धमाका : पीएम मोदी बोले – ये साजिश करने वाले किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जायेंगे, लगातार जारी हैं यूपी और जम्मू-कश्मीर में एटीएस की बड़ी रेड्स..
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुए भीषण विस्फोट ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस धमाके में नौ लोगों की मौत और कई के घायल होने की पुष्टि हुई है। जांच एजेंसियों को प्रारंभिक जांच में यह घटना आतंकवादी हमले जैसी लग रही है। धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि आसपास खड़ी कई गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए और इलाका धुएं से भर गया।
पीएम मोदी ने भूटान से दी सख्त प्रतिक्रिया
भूटान में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विस्फोट पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुई यह भयावह घटना देश के हर नागरिक को व्यथित कर रही है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों के साथ मेरी पूरी संवेदना है और सरकार अपराधियों को किसी भी सूरत में नहीं छोड़ेगी। प्रधानमंत्री ने बताया कि वे रातभर एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों के संपर्क में थे और लगातार स्थिति की जानकारी लेते रहे। उन्होंने आश्वासन दिया कि षड्यंत्र के हर सूत्र को जोड़ा जा रहा है और जिम्मेदारों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
जांच का दायरा यूपी और जम्मू-कश्मीर तक फैला
धमाके के बाद जांच एजेंसियों की कार्रवाई तेजी से बढ़ी। उत्तर प्रदेश एटीएस ने लखनऊ, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में छापेमारी की। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े संदिग्धों के नेटवर्क को पकड़ने के लिए की गई। लखनऊ के मड़ियांव इलाके में डॉ. परवेज के घर को सील किया गया है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के पुलवामा ज़िले में भी तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है — इनमें तारिक अहमद मलिक, आमिर राशिद और उमर राशिद शामिल हैं।
संदेह के घेरे में डॉक्टर उमर मोहम्मद
धमाके से जुड़े मुख्य संदिग्ध डॉक्टर उमर मोहम्मद का नाम सामने आया है। वह पुलवामा का रहने वाला और फरीदाबाद के अल फलाह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर था। बताया जा रहा है कि वह डॉक्टर आदिल के करीबियों में शामिल था और दोनों जैश-ए-मोहम्मद के उस मॉड्यूल से जुड़े थे जिसके सात आतंकियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार किया है। उमर ने एमडी मेडिसिन किया था और आतंकी संगठन के महिला विंग की प्रमुख डॉक्टर शाहीना के संपर्क में था। माना जा रहा है कि धमाके के समय वही कार चला रहा था। घटनास्थल से मिले शरीर के कुछ अंगों की पहचान के लिए डीएनए जांच कराई जा रही है।
फिदायीन हमले का शक और कार की मूवमेंट
सूत्रों के अनुसार, यह धमाका एक आत्मघाती हमला हो सकता है। जांच एजेंसियों को शक है कि हमलावर ने अमोनियम नाइट्रेट आधारित विस्फोटक (ANFO) का इस्तेमाल किया। आई20 कार सुबह 8:13 बजे बदरपुर टोल से दिल्ली में दाखिल हुई, 8:20 बजे ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के पास पेट्रोल पंप पर देखी गई और दोपहर 3:19 बजे लाल किले की पार्किंग में दाखिल हुई। शाम 6:28 बजे कार पार्किंग से बाहर निकली। पुलिस सूत्रों के मुताबिक चालक तीन घंटे तक कार में ही बैठा रहा और बाहर नहीं निकला।
केंद्र और राज्यों में अलर्ट
धमाके के बाद गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई। देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। महाराष्ट्र के पुणे, बिहार के पटना, लखनऊ और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। रेलवे स्टेशनों और मेट्रो स्टेशनों पर अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। दिल्ली-एनसीआर के सभी प्रमुख स्टेशनों पर आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त निगरानी जारी है।
लाल किला तीन दिनों के लिए बंद
दिल्ली पुलिस ने जांच के चलते लाल किले को 11 से 13 नवंबर तक आम जनता के लिए बंद कर दिया है। सुपरिटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट को भेजे पत्र में पुलिस ने कहा है कि क्राइम सीन की जांच पूरी होने तक आगंतुकों का प्रवेश रोकना जरूरी है।
राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना को “कायराना आतंकी हरकत” बताया और मृतकों को श्रद्धांजलि दी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुआ विस्फोट बेहद दुखद है। कनाडा ने भी इस हमले की निंदा करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
मृतकों में दो दोस्त अमरोहा के थे।
अमरोहा के दो दोस्त — लोकेश अग्रवाल और अशोक कुमार — भी इस धमाके में मारे गए। दोनों एक बीमार रिश्तेदार से मिलने दिल्ली आए थे। लोकेश ने अशोक को फोन कर लाल किला मेट्रो स्टेशन बुलाया था, जहां हादसा हुआ।
जांच एजेंसियों की दिशा और कानूनी कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (UAPA), विस्फोटक अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एफआईआर में आतंकवादी गतिविधियों, हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप जोड़े गए हैं। एनआईए को जांच सौंपे जाने की संभावना है। स्पेशल सेल और एफएसएल की टीम घटनास्थल पर मौजूद हैं और सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की जा रही है।
घटना के बाद की तस्वीर
मंगलवार सुबह जब जांच दल घटनास्थल पर पहुँचा तो चारों ओर बिखरे वाहन के टुकड़े और जलने के निशान देखे गए। लाल किला मेट्रो स्टेशन के आसपास सुरक्षा घेरा बना दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सहयोग बनाए रखें।
(त्रिपाठी पारिजात)



