Flight अगर कैंसिल हो गई तो क्या होगा? – हर बार हवाई यात्रा करने पर ये एक चिन्ता कहीं मन के कोने मे होती ही है – ऐसा हुआ तो पूरी ट्रिप बर्बाद हो जाएगी या कहीं बीच रास्ते में न फंस जायें?..
पिछले कुछ दिनों से देशभर में हवाई यात्रियों को लगातार फ्लाइट में देरी और रद्द होने जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मौजूदा महीने में अब तक इंडिगो की 4,500 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिनमें सिर्फ आज की तारीख पर ही लगभग 200 फ्लाइट्स कैंसिल की गईं।
इस तरह के हालात में छुट्टियों या जरूरी काम से यात्रा करने वाले यात्रियों के मन में स्वाभाविक तौर पर चिंता बढ़ जाती है- अगर फ्लाइट कैंसिल हो गई, तो क्या होगा? क्या पूरी ट्रिप बर्बाद हो जाएगी या कहीं बीच रास्ते फंस जाना पड़ेगा?
हालांकि, अगर आप पहले से थोड़ी समझदारी और तैयारी रखेंगे, तो ऐसी परेशानियों का असर आपकी यात्रा पर बहुत कम पड़ेगा। फ्लाइट रद्द होने के बाद क्या करना चाहिए और अपने सफर को कैसे बचाया जा सकता है, इसके लिए ये 5 अहम बातें जानना बेहद जरूरी है।
पहले से बुकिंग करें, ताकि विकल्प खुले रहें
जब भी यात्रा की योजना बनाएं—खासतौर पर छुट्टियों या पीक सीजन में—तो फ्लाइट और होटल की बुकिंग आखिरी वक्त पर न करें। समय से पहले टिकट लेने से न केवल बेहतर दाम मिलते हैं, बल्कि सीटों की उपलब्धता भी ज्यादा रहती है।
जल्दी बुकिंग का एक बड़ा फायदा यह है कि अगर आपकी तय फ्लाइट अचानक रद्द हो जाए, तो आपके पास दूसरी एयरलाइंस या वैकल्पिक रूट चुनने का मौका रहता है। आखिरी समय पर बुकिंग करने वालों के लिए नए विकल्प मिलना अक्सर मुश्किल हो जाता है।
ट्रैवल इंश्योरेंस को खर्च नहीं, सुरक्षा समझें
अधिकतर लोग ट्रैवल इंश्योरेंस को अनावश्यक खर्च मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि असल में यही आपकी यात्रा का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच हो सकता है। इंश्योरेंस लेते समय यह जरूर जांच लें कि आपकी पॉलिसी में फ्लाइट कैंसिलेशन, हड़ताल, या ट्रैवल डिसरप्शन जैसी स्थितियां कवर होती हैं या नहीं।
अगर आपकी फ्लाइट रद्द हो जाती है, तो सही बीमा पॉलिसी के तहत री-बुकिंग फीस, होटल में अतिरिक्त ठहराव, या किसी दूसरे शहर से यात्रा करने के खर्च में मदद मिल सकती है। संकट की घड़ी में यही फैसला आपकी जेब को भारी नुकसान से बचा सकता है।
बैकअप प्लान हमेशा तैयार रखें
सिर्फ उम्मीद के भरोसे यात्रा करना समझदारी नहीं है। हर यात्री को यह मानकर चलना चाहिए कि प्लान-A फेल हो सकता है। इसलिए पहले से यह तय करें कि अगर आपकी फ्लाइट रद्द हो गई, तो आगे क्या करेंगे।
क्या आप किसी दूसरे एयरपोर्ट से उड़ान ले सकते हैं? क्या किसी दूसरी एयरलाइन में सीट मिल सकती है? क्या ट्रेन या बस का विकल्प मौजूद है?
इन सवालों के जवाब यात्रा से पहले ही तय कर लेने से आप आखिरी समय की अफरातफरी से बच सकते हैं।
अफवाहों से दूर रहें, सही जानकारी पर भरोसा रखें
हड़ताल या फ्लाइट कैंसिलेशन की खबर आते ही घबराहट फैलना आम बात है, लेकिन panic करने से समस्या और बढ़ जाती है। जरूरी है कि आप एयरलाइन की आधिकारिक वेबसाइट, उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स और विश्वसनीय न्यूज सोर्स पर ही भरोसा करें।
हर हड़ताल या अलर्ट का मतलब यह नहीं होता कि सभी फ्लाइट्स रद्द हो जाएंगी। शांत दिमाग से सही और ताजा जानकारी लेने पर आप समय रहते बेहतर फैसला कर पाएंगे।
यात्री के रूप में अपने अधिकार जरूर जानें
किसी भी फ्लाइट के रद्द होने या ज्यादा देरी की स्थिति में यात्रियों के कुछ कानूनी और उपभोक्ता अधिकार होते हैं। एयरलाइन से साफ-साफ पूछें कि उनकी कैंसिलेशन पॉलिसी क्या है—क्या आपको पूरा रिफंड मिलेगा, वैकल्पिक फ्लाइट दी जाएगी या होटल और भोजन की व्यवस्था होगी।
DGCA के नियमों के अनुसार कई मामलों में एयरलाइंस को यात्रियों को मुआवजा या वैकल्पिक व्यवस्था देनी होती है। अपने अधिकारों की जानकारी होने से आप गलत व्यवहार या नुकसान से खुद को बचा सकते हैं।
ये भी ध्यान रखें
फ्लाइट रद्द होना आपकी छुट्टियों का अंत नहीं, बल्कि एक चुनौती भर है। सही तैयारी, शांत सोच और वैकल्पिक योजनाओं के साथ आप न केवल इस मुश्किल को संभाल सकते हैं, बल्कि अपनी मंजिल तक भी पहुंच सकते हैं। सफर से पहले थोड़ा होमवर्क आपको बड़ी परेशानी से बचा सकता है।
(प्रस्तुति – अर्चना शैरी)



