Learn Sanskrit Speaking: सर्वत्र संस्कृतम् एवं विहार संस्कृत संजीवन समाज, पटना द्वारा आयोजित “भारत महानायक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस स्मृति अंतर्राष्ट्रीय संस्कृत सम्भाषण शिविर” का समापन समारोह संपन्न हुआ।
यह दस दिवसीय अन्तर्जालीय शिविर “आधुनिको भव संस्कृतं वद अभियान” के अंतर्गत आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य संस्कृत भाषा के आधुनिक उपयोग को प्रोत्साहित करना है।
अध्यक्षीय उद्बोधन: डॉ. मुकेश कुमार ओझा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आधुनिको भव संस्कृतं वद अभियान; संस्कृत विभागाध्यक्ष, फिरोज गांधी महाविद्यालय, पाटलिपुत्र; महासचिव, विहार संस्कृत संजीवन समाज, पटना ने संस्कृत भाषा के आधुनिक संदर्भ में उपयोग और प्रसार पर जोर दिया। संस्कृत ही वह माध्यम है, जो हमारी संस्कृति और हमारे नायकों की विरासत को अक्षुण्ण रख सकती है।”
उद्घाटनकर्ता: डॉ. अनिल कुमार सिंह, पूर्व सचिव, गृह विभाग, उत्तर प्रदेश; प्रधान संरक्षक, आधुनिको भव संस्कृतं वद अभियान ने उद्घाटन भाषण में संस्कृत के प्रति युवाओं की बढ़ती रुचि की सराहना की। साथ ही संदेश दिया कि आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को संस्कृत सम्भाषण के माध्यम से वैश्विक स्तर तक पहुँचाना चाहिए।”
कार्यक्रम के दौरान सभी वक्ताओं यथा मुख्य अतिथि धर्मेन्द्रपति त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक, पेंशन विभाग, उत्तर प्रदेश एवं डॉ. अनिल कुमार चौबे, मुख्य वक्ता शैलेन्द्र कुमार सिन्हा, डॉ मिथिलेश झा, उग्र नारायण झा, डॉ अवन्तिका कुमारी, सदानंद प्रसाद, सुनील कुमार चौबे, डॉ महेश केवट आदि ने भी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जीवन यात्रा पर विचार प्रकट किए।
साथ ही इस अवसर पर संस्कृत संभाषण प्रतियोगिता सम्पन्न हुआ जिसमें प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार के साथ विशेष पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्मृति अंतर्जालीय अंतराष्ट्रीय दशदिवसात्मक संस्कृत सम्भाषण शिविर प्रतियोगिता का परिणाम इस प्रकार रहा:
प्रथम पुरस्कार– सुजाता घोष, असम विश्वविद्यालय
द्वितीय पुरस्कार– विजेन्द्र सिंह, दिल्ली विश्वविद्यालय
उपासना, पटना विश्वविद्यालय बिहार
तृतीय पुरस्कार– नेहा भारती,पटना बिहार
दयानी,कलकत्ता संस्कृत शिक्षिका रामनाथ पाण्डेय, बिहार
विशेष पुरस्कार–
1 .मुरलीधर शुक्ल ,संस्कृत शिक्षक, पटना, बिहार
2 .रम्भा कुमारी ,संस्कृत शिक्षिका, पटना बिहार
3 . उमेश शर्मा, संस्कृत शिक्षक,बेगुसराय पटना
4 . प्रियंका सिन्हा, संस्कृत शिक्षिका, पटना बिहार
निर्णायक मंडल–
१. डॉ मिथिलेश झा, बिहार
२. डा लीना चौहान , उत्तर प्रदेश
३. सदानन्द प्रसाद बिहार
मंच संचालन आधुनिको भव संस्कृतं वद अभियान के राष्ट्रीय संयोजक पिंटू कुमार ने कुशलता से किया, जबकि आधुनिको भव संस्कृतं वद अभियान के राष्ट्रीय उपाध्यक्षा डा. लीना चौहान ने स्वागत भाषण एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए ऐक्य मंत्र का पाठ किया। यह शिविर संस्कृत भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसे आधुनिक संदर्भ में प्रासंगिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।