Meghalaya Honeymoon Tragedy से कई सवाल खड़े होते हैं -क्या ये पूर्वनियोजित अपराध था – क्या शिलॉन्ग में कोई खतरनाक गिरोह सक्रिय है?
आखिर क्यों ऐसा हो रहा है कि हनीमून पर आए कपल्स को बनाया जा रहा है निशाना?
इंदौर के राजा और सोनम रघुवंशी की दुखद घटना के बाद उठने लगे हैं कई गंभीर सवाल।
जब से यह मामला सामने आया है, लोगों की चिंता गहराती जा रही है। एक तरफ राजा रघुवंशी की लाश गहरी खाई में मिली, वहीं उनकी पत्नी सोनम अब तक लापता हैं। ऐसे में यह पूरी घटना डरावनी और साज़िशपूर्ण लगने लगी है।
मीडिया रिपोर्ट्स में आशंका जताई गई है कि शिलॉन्ग और उसके आसपास के इलाकों में कोई संगठित गिरोह सक्रिय हो सकता है, जो पर्यटकों, खासकर नवविवाहित जोड़ों को निशाना बना रहा है।
राजा के भाई विपिन के गंभीर आरोप
राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने जब शिलॉन्ग पहुंचकर शव को लेने की कोशिश की, तो स्थानीय प्रशासन और पुलिस से उन्हें अपेक्षित सहयोग नहीं मिला।
विपिन ने दावा किया कि शिलॉन्ग में एक आपराधिक गिरोह सक्रिय है जो कपल्स को टारगेट करता है — पति की हत्या करता है और पत्नी को अगवा कर लेता है।
उन्होंने स्थानीय गाइड्स, टैक्सी ड्राइवरों और होटल कर्मचारियों पर भी संदेह जताया, और कहा कि जिस चाय की दुकान पर राजा और सोनम ने आख़िरी बार कुछ पिया था, वह भी शक के घेरे में है।
एफआईआर में भी आई मुश्किलें
विपिन ने आरोप लगाया कि शिलॉन्ग पुलिस ने पहले तो एफआईआर दर्ज करने में भी आनाकानी की।
उन्हें आवेदन लिखवाने के लिए टाइपिंग सेंटर भेजा गया और वापस आने के बाद भी घंटों इंतज़ार करवाया गया। अंततः रात 8 बजे जाकर मामला दर्ज हुआ।
उनका यह भी कहना है कि जिन लोगों पर साफ तौर पर शक जताया गया है, पुलिस ने उनसे अभी तक कोई पूछताछ नहीं की।
सोनम के अपहरण की आशंका
राजा के शव मिलने के बाद लेकिन सोनम का कोई सुराग ना लगना, परिजनों के लिए सबसे बड़ी चिंता है। परिवार का मानना है कि सोनम को अगवा कर लिया गया है, और यह पूरी घटना कोई बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकती है।
सीबीआई जांच की मांग
इन गंभीर आरोपों और पुलिस की निष्क्रियता को देखते हुए परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है। उनका कहना है कि स्थानीय पुलिस पर दबाव है, और वह निष्पक्ष जांच नहीं कर रही।
यह मामला केवल एक कपल की ट्रैजेडी नहीं है, यह मेघालय में पर्यटकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
(प्रस्तुति – त्रिपाठी सुमन पारिजात)