Tuesday, October 21, 2025
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Nepal का सारा हाल फिलहाल – ‘नेपालियों’ ने आग लगा दी देश में – डीप स्टेट की गंदी नजर भारत पर भी

Nepal: ओली भागा - दिया इस्तीफा - विद्रोहियों ने लगाई आग - जेल बैंक संसद राष्ट्रपति भवन सुप्रीम कोर्ट निशाने पर आये - भारत-नेपाल सीमा पर तनाव - बालेन शाह नये पीएम की दौड़ में आगे..मौत का आंकड़ा 24 तक पहुँचा..

Nepal: ओली भागा – दिया इस्तीफा – विद्रोहियों ने लगाई आग – जेल बैंक संसद राष्ट्रपति भवन सुप्रीम कोर्ट निशाने पर आये – भारत-नेपाल सीमा पर तनाव – बालेन शाह नये पीएम की दौड़ में आगे..मौत का आंकड़ा 24 तक पहुँचा..

नेपाल में युवाओं के हिंसक प्रदर्शनों ने पूरे देश को हिला दिया है। मंगलवार को प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने दबाव में आकर इस्तीफा दे दिया। सेना ने पूरे देश का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया है।

इस्तीफा स्वीकार, लेकिन वही कैबिनेट फिलहाल जारी

राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने प्रधानमंत्री ओली का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया है कि नई सरकार बनने तक मौजूदा मंत्रिपरिषद संवैधानिक नियमों के अनुसार काम करती रहेगी। राष्ट्रपति ने सभी दलों और जनता से संयम बरतने की अपील की और कहा कि देश को शांति और स्थिरता की ओर ले जाना ही सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने खासतौर पर जेन-ज़ी प्रदर्शनकारियों से लोकतंत्र और जनता की भलाई के लिए सहयोग की अपील की।

जेल से कैदी फरार, सरकारी दफ्तरों में आगजनी

स्थिति और बिगड़ गई जब महोत्तरी जिले के जलेश्वर जेल से 570 से अधिक कैदी फरार हो गए। बताया गया कि प्रदर्शनकारियों ने जेल की दीवार तोड़ दी और अंदर बंद कैदियों ने रसोई के औज़ारों से मदद ली। पुलिस और भीड़ के बीच झड़प ने माहौल और बिगाड़ दिया।

रुपन्देही जिले में उपद्रवियों ने सरकारी दफ्तरों और अदालतों में आग लगा दी। बुटवल हाई कोर्ट, भैरहवा जिला अदालत और सिराहा कोर्ट के अहम दस्तावेज राख हो गए। भैरहवा के गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़े वाहनों को भी जला दिया गया। वहीं, काठमांडू में मंगलवार को हुई झड़प में घायल तीन प्रदर्शनकारियों की अस्पताल में मौत हो गई। इस तरह आंदोलन में मरने वालों की संख्या 24 हो चुकी है—जिनमें से 22 काठमांडू और 2 ईटहरी में मारे गए।

पूर्व नेपाली प्रधानमंत्री की पत्नी को जला कर मारा

नेपाल की राजधानी काठमांडू में सरकार विरोधी प्रदर्शनों का असर और तेज़ होता जा रहा है। मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री झलानाथ खनाल की पत्नी की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने उनके घर में आग लगा दी थी, जिसमें वे बुरी तरह झुलस गई थीं।

गंभीर हालत में पहुँचाई गई थीं अस्पताल
जानकारी के मुताबिक, झलानाथ खनाल की पत्नी को कई हिस्सों में गंभीर जलन के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया था। हालांकि डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद वे बच नहीं सकीं और कुछ घंटों बाद उनकी मौत हो गई।

सैकड़ों युवाओं ने किया हमला
स्थानीय मीडिया के अनुसार, सैकड़ों प्रदर्शनकारी, जिनमें ज्यादातर युवा थे, ने पूर्व प्रधानमंत्री के घर को घेर लिया और आग लगा दी। यह घटना काठमांडू के पूर्वी इलाके बुढ़ानीलकंठा में हुई।

अन्य नेताओं के घर भी बने निशाना
प्रदर्शनकारियों ने सिर्फ झलानाथ खनाल ही नहीं, बल्कि कई बड़े नेताओं के घरों को भी निशाना बनाया। पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस प्रमुख शेर बहादुर देउबा का घर भी प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। गुस्साए लोगों ने शीर्ष नेताओं के निजी आवासों पर हमला कर उन्हें नुकसान पहुँचाया।

भारत ने जारी की एडवाइजरी, सीमा पर अलर्ट

नेपाल की स्थिति को देखते हुए भारत ने एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय नागरिक फिलहाल नेपाल यात्रा न करें और जो वहाँ मौजूद हैं, वे घर से बाहर निकलने से बचें। स्थानीय प्रशासन और भारतीय दूतावास की सलाहों का पालन करने को कहा गया है। आपात स्थिति में दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।

सीमा पर भी अलर्ट बढ़ा दिया गया है। इंडो-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी ने सुरक्षा और गश्त कड़ी कर दी है ताकि हिंसा का असर भारतीय क्षेत्र तक न पहुँचे।

सुप्रीम कोर्ट भी बना निशाना, केस फाइलें जलाई गईं

जेन-ज़ी आंदोलन अब न्यायपालिका तक पहुँच गया है। मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में तोड़फोड़ की और कई वकीलों की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। अटॉर्नी जनरल के कार्यालय में घुसकर दस्तावेज जलाने की भी कोशिश की गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, काठमांडू जिला न्यायालय और स्पेशल कोर्ट में भी यही हाल रहा।

आर्मी चीफ का संदेश—हिंसा छोड़ें, बातचीत से हल निकालें

सेना प्रमुख ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि नेपाली सेना हमेशा से देश की अखंडता और नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी देती रही है। उन्होंने जान गंवाने वालों के प्रति शोक और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने राजनीतिक दलों और युवाओं से कहा कि समाधान केवल बातचीत से संभव है, हिंसा से नहीं।

रबी लामिछाने की अपील

राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) के अध्यक्ष रबी लामिछाने ने जेल से रिहा होकर आंदोलन को अनुशासन और जिम्मेदारी से आगे बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट नेताओं की पीढ़ियों ने देश को लूटा है और उनकी संपत्ति का राष्ट्रीयकरण होना चाहिए, लेकिन राष्ट्रीय धरोहर और सुरक्षा से जुड़े दस्तावेजों को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहिए।

पूर्व राजदूत का बयान

भारत के पूर्व राजदूत मंजीव सिंह पुरी ने कहा कि नेपाल की अर्थव्यवस्था और समाज में बड़े बदलाव आए हैं, लेकिन राजनीति पुरानी सोच पर ही अटकी है। उन्होंने रेमिटेंस पर अत्यधिक निर्भरता को खतरनाक बताया और कहा कि जनता बार-बार उन्हीं चेहरों से तंग आ चुकी है। खासतौर पर पहाड़ी समाज नाराज है। नेताओं को अब जवाबदेही और परिपक्वता दिखानी होगी।

बैंकों और पुलिसकर्मियों पर हमले

प्रदर्शनकारियों ने कई बैंकों को लूटा और काठमांडू में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। गवाहों के मुताबिक, आत्मसमर्पण करने के बावजूद भीड़ ने उन्हें बेरहमी से पीटा और मौत के घाट उतार दिया।

सीमा पर तनाव, पुलिस चौकी में आगजनी

इंडो-नेपाल बॉर्डर के रूपईडीहा इलाके में नेपालगंज की जमुनहा पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया गया। हालात बिगड़ने पर चौकी में तैनात पुलिसकर्मी भाग निकले। भारतीय क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और सीमा पर आवाजाही रोक दी गई है।

अंतरिम पीएम: बालेन शाह का नाम आगे

इस राजनीतिक संकट के बीच काठमांडू के मेयर बालेन शाह का नाम अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में सबसे आगे है। भ्रष्टाचार विरोधी रुख और युवाओं में लोकप्रियता के कारण उन्हें मजबूत चेहरा माना जा रहा है। पहले रैपर रहे शाह 2022 में ‘बालेन इफेक्ट’ के चलते सोशल मीडिया पर छा गए थे। उनकी छवि मौजूदा हालात में एक सशक्त विकल्प के रूप में उभर रही है।

(प्रस्तुति -त्रिपाठी पारिजात)

 

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