Our Hindi Signature Service for you: अपना हिंदी का प्यारा सा एक हस्ताक्षर हमसे बनवाएं और अपने प्रियजनों के लिए भी हिंदी हस्ताक्षर बनवा कर उनको उपहार में दें ..और हाँ, अपने हिंदी हस्ताक्षर का उपयोग भी जहाँ और जितना हो सके, करते रहें..
अपनी भाषा ही अपनी भाषा है. अपनी भाषा ही अपनी पहचान भी है और अपनी शान भी. अब जब सारी दुनिया में हिन्दी फिल्में देखी जा रही हैं और दुनिया भर की भाषाओं की फिल्में हिन्दी में डब हो कर हमारे मनोरंजन का आनंद बढ़ा रही हैं – तब साफ समझ में आ रहा है कि भारत की हिन्दी भाषा अब विश्वभाषा बन सकती है. अभी विश्व में सेतु भाषा का दायित्व अंग्रेजी भाषा निभा रही है किन्तु अब उसका स्थान लेने के लिये हिन्दी तैयार है.
भारत की राष्ट्रवादी सरकार के नेता मोदी के दूरदर्शी प्रयासों ने भारत ने दुनिया भर में अपना सम्मान बनाया है. विश्वशक्ति के रूप में उभर रहे भारत के लोग हों या उनकी प्रतिभा या उनका भोजन या उनकी संस्कृति विश्व में उसे आदर की दृष्टि से देखा जा रहा है और कई देशों में उन्हें खुले तौर पर अपनाया भी जा रहा है. ऐसे में भारत की भाषा के लिये अब दुनिया की राह बहुत आसान हो गई है और आने वाले दिनों में न केवल लोग हिन्दी नाम रखते दिखाई देंगे अपितु हिन्दी बोलते हुए भी सुनाई देंगे.
अब करते हैं असली बात. लोग दुनिया में ज्यादातर अपनी भाषा को ही बोलने और लिखने पढ़ने में प्राथमिकता देते हैं. पर अंग्रेजों के गुलाम देशों में खासकर भारत पाकिस्तान में अभी अंग्रेजी बड़े लोगों की भाषा है और पढ़े-लिखों की भी भाषा यही है. आप शुद्ध रूप से पिछड़े हुए हैं यदि आप अंग्रेजी नहीं बोलते हैं और आप शुद्ध रूप से आधुनिक और प्रगतिशील हैं यदि आप अंग्रेजी भाषा और अंग्रेजी व्यवहार करते दिखाई देते हैं.
अब लगता है धीरे-धीरे भारत में भी भाषाई दासता समाप्त होने की दिशा में प्रगति के प्रारंभिक चरण पड़ने लगे हैं. अब हिन्दी और विशेषकर संस्कृतनिष्ठ हिन्दी बोलने में लोग गौरव का अनुभव करने लगे हैं -यद्यपि ये वही लोग हैं जो बाईलिंगुअल हैं. अन्य शब्दों में कहें तो अंग्रेजी के समर्थन के सहारे अब भारतीय हिन्दी की पुनर्प्रतिष्ठा की दिशा में बढ़ रहे हैं. प्रसन्नता का विषय है कि कम से कम इस दिशा में श्रीगणेश तो किया हमारे देश के लोगों ने.
ऐसे में हम चाहेंगे कि आप भी माँ भारती के देश में माँ भारती की भाषा ही बोलें. न केवल बोलें, आप अपनी भाषा लिखें भी. मैं अमेरिका और इंग्लैन्ड में रहा हूं डेढ़ दशक के लगभग मेरा जीवन भारत से बाहर ही बीता है किन्तु मैंने अपनी भाषा का गौरव कभी कम नहीं होने दिया न अपनी दृष्टि में न लोगों की दृष्टि में. विदेशों में तो नहीं किन्तु भारत में मैं अपने हस्ताक्षर हिन्दी में ही करना पसंद करता हूं. प्रयास करता हूं कि अधिकतम लोक-लेखन हिन्दी में ही करुँ और हिन्दी में ही वार्तालाप को प्राथमिकता दूं.
आनंद अधिक तब आता है जब मैं अपने हस्ताक्षर हिन्दी में करता हूँ. यद्यपि मुझे अपने हस्ताक्षर पूरे पूरे करने के लिये अधिकांशतया स्थान उपलब्ध नहीं होता है अतएव आधे हस्ताक्षर से काम चलाता हूं. यहाँ जो चित्र मैने इस लेख के साथ प्रस्तुत किया है वह मेरा अपना प्रिय हिन्दी हस्ताक्षर है.
यही भाषा प्रेम मुझे इस विचार तक लाया कि क्यों ने सबसे कहूं कि हिन्दी में हस्ताक्षर किया करो. मैंने कहा भी तो लोग ऐसे हंसे जैसे या तो मैने कुछ अनपढ़ों जैसी बात कर दी हो या वे ही अनपढ़ हों इस मामले में. लोगों को नहीं पता कि हिन्दी हस्ताक्षर क्या होते हैं. न उनको ये पता है कि हिन्दी हस्ताक्षर भी देश में स्वीकार्य हो सकते हैं. ऐसे लोगों को मैं बताना चाहूंगा कि देश में भी और विदेश में भी आपके ये हस्तक्षार पूरा सम्मान पायेंगे परंतु आपको इसके लिये अपनी रुचि पैदा करनी होगी. अपनी भाषा के प्रति प्रेम और गौरव को अनुभव करना होगा.
आपके समाज में इसे पहले तो अलग दृष्टि से देखा जायेगा – या तो आपको सनकी माना जायेगा या फिर दिखावेबाज. किन्तु सहजतापूर्वक आपके भाषा प्रेम को सरलता से स्वीकार करने में लोगों को समय लगेगा. तदापि मुझे विश्वास है कि एक दिन आयेगा जब भारत में सिर्फ हिन्दी में ही हस्ताक्षर किये जायेंगे और हिन्दी में ही पूरी तरह से लिखा और पढ़ा भी जायेगा. अंग्रेजी एक सहायक भाषा के रूप में अपना समानांतर अस्तित्व लेकर जियेगी. और उसमे कुछ बुराई भी नहीं है.
यदि आप निरंतर हिन्दी लिखते नहीं तो हिन्दी हस्ताक्षर बनाना आपके लिये आसान नहीं होगा. यहाँ हम एक आकर्षक हिन्दी हस्ताक्षर की बात कर रहे हैं. इसके लिये मैने एक सर्विस प्रारंभ की है जिसके अंतर्गत मैं और मेरी टीम आपको आपके नाम का एक सुन्दर हिन्दी हस्ताक्षर देगी. यद्यपि इसका एक बहुत ही मामूली सा शुल्क आपको देना होगा परंतु हमारा आपसे यही अनुरोध है कि स्वयं भी अपना हिन्दी हस्ताक्षर बनवायें हमसे और अपने प्रियजनों के लिये भी हिन्दी हस्ताक्षर बनवायें और उनको उउपहार में दें.
हां, प्रयास यही रखें कि हमारे द्वारा प्रदत्त अपना हिन्दी का हस्ताक्षर आप प्रयासपूर्वक अच्छे से बनाना सीख लें और उसका अन-आधिकारिक रूप से उपयोग भी निरंतर करें ताकि आपको भी आनंद आये और आपके सुन्दर हिन्दी हस्ताक्षर को देखनेवालों को भी प्रेरणा मिले.
हमसे संपर्क करें – radiyohindustan@gmail.com / 8076316074 (Whatsap)