Pakistan की आतंक फैक्ट्री का गेम ओवर होने जा रहा है – प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष सुरक्षा बैठक में तीनों सेनाओं को पूरी छूट दे दी है -और साथ में दे दिया है आदेश – कीजिये आतंक का सर्वनाश !
22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद से भारत की प्रतिक्रिया तेज़ और निर्णायक होती जा रही है। पहले 23 अप्रैल को CCS (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक में पाकिस्तान को कूटनीतिक झटका दिया गया और अब 24 अप्रैल को फिर से एक अहम बैठक हो रही है। अबकी बार बारी है सैन्य कार्रवाई की।
विशेष सुरक्षा बैठक में लिये गये कठोर निर्णय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तीनों सेनाओं के प्रमुखों, NSA अजीत डोभाल और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ 90 मिनट की हाई लेवल बैठक की। इस दौरान उन्होंने सेना को साफ निर्देश दिए – अब कार्रवाई का वक्त है, दुश्मन को जवाब देने में कोई रोक नहीं।
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने तीनों सेनाओं को आतंक के खिलाफ पूरी तरह खुली छूट दे दी है। इसका मतलब है कि भारत की तरफ से पाकिस्तान पर कभी भी बड़ा हमला हो सकता है। पाकिस्तान को भी इस बात का अंदेशा है और उसने अपनी सैन्य तैयारियाँ तेज कर दी हैं।
भारतीय सेना तैयार, रिहर्सल शुरू
सेना की तैयारियों की झलक राफेल विमानों और INS सूरत से मिसाइल टेस्ट में पहले ही दिखाई दे चुकी है। LOC पर सक्रियता बढ़ गई है। पहलगाम हमले के बाद भारत अब पूरी ताकत से जवाब देने के मूड में है। सेना ने POK में मौजूद 42 लॉन्चपैड्स और 130 से अधिक आतंकियों को चिन्हित कर लिया है।
पाकिस्तान में मची खलबली, आतंकी ठिकाने हटाए जा रहे
जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों ने अपने मुख्यालय और लॉन्चपैड्स को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान ने सियालकोट सेक्टर में रडार सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक वार यूनिट्स को तैनात किया है।
भारी तोपखाने की तैनाती, सिंध और फ्रंटियर फोर्स रेजिमेंट की तैनाती, और खारियान में “हैमर स्ट्राइक ड्रिल” जैसे कदम यह संकेत दे रहे हैं कि पाकिस्तान सीधे टकराव की आशंका से डरा हुआ है।
भारत की रणनीति साफ: निर्णायक जवाब
2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की एयर स्ट्राइक के बाद यह तीसरा मौका है जब भारत ने पाकिस्तान को खुला संदेश दिया है: अब अगर हमला हुआ, तो जवाब इतना ज़ोरदार होगा कि दुश्मन संभल नहीं पाएगा।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज तक परमाणु धमकी देकर भारत को डराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भारत अब पीछे हटने वाला नहीं।