Rameez Nemat वह नाम है जो स्वयं तो विवादों में है ही, अब इसने लालू के लाल तेजस्वी को भी विवादों के घेरे में खड़ा कर दिया है..
बिहार विधानसभा चुनाव में हार मिलने के बाद लालू यादव के परिवार में खुली असहमति सामने आ गई है। लालू और राबड़ी देवी की बेटी तथा तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य ने सार्वजनिक रूप से कहा कि चुनाव के नतीजों के लिए उनके भाई और उनके दो नज़दीकी सहयोगी—संजय यादव और रमीज़ नेमत—जिम्मेदार हैं। रोहिणी ने यह भी आरोप लगाया कि रमीज़ ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, जिसके बाद यह नाम अचानक खबरों में छा गया।
रमीज़ नेमत कौन हैं?
रमीज़ नेमत उत्तर प्रदेश के एक प्रभावशाली राजनैतिक परिवार से आते हैं। वह समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद और फिलहाल जेल में बंद रिज़वान ज़हीर के दामाद हैं। उनका नाम पहले भी कई बार यूपी की राजनीति और अपराध से जुड़े मामलों की वजह से सुर्खियों में रह चुका है।
रमीज़ पर दर्ज गंभीर आरोप
मीडिया में आई जानकारी और एफआईआर के अनुसार, बलरामपुर और कौशांबी जिलों में रमीज़ पर हत्या, हत्या की कोशिश, मारपीट, और गैंगस्टर एक्ट जैसे कई गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज हैं।
सबसे चर्चित मामला बलरामपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन फिरोज़ पप्पू की हत्या का है, जिसमें रमीज़, उनकी पत्नी जेबा और उनके ससुर रिज़वान ज़हीर को पुलिस ने पकड़ लिया था। आरोप है कि जनवरी 2022 की रात फिरोज़ पप्पू की निर्मम हत्या की गई थी।
शकील अहमद की हत्या और रमीज़ का नाम
रमीज़ नेमत का नाम एक और हत्याकांड—शकील अहमद—के मामले में भी सामने आता है।
शकील, जो पहले फिरोज़ पप्पू हत्या मामले में आरोपी था, जमानत पर बाहर आने के कुछ समय बाद ही अक्टूबर 2023 में मार दिया गया। उसके परिवार का कहना है कि पैसों के झगड़े में उसे बुलाया गया, उसकी हत्या की गई और फिर शव रेलवे ट्रैक के पास फेंक दिया गया। शकील की पत्नी अभी अदालत में न्याय की मांग कर रही हैं।
रमीज़ का पारिवारिक और राजनीतिक जुड़ाव
रमीज़ जामिया मिलिया इस्लामिया से जुड़े एक शिक्षित परिवार से ताल्लुक रखते हैं। कहा जाता है कि उनकी पहचान तेजस्वी यादव से जामिया के दिनों में क्रिकेट खेलते समय हुई थी। कुछ साल बाद उन्होंने अपने चाचा रिज़वान ज़हीर की बेटी जेबा से विवाह किया और बलरामपुर में बस गए। यूपी सरकार ने गैंगस्टर एक्ट के तहत उनकी संपत्ति भी कुर्क करने की कार्रवाई की थी।
रोहिणी के आरोपों के बाद बढ़ी राजनीतिक हलचल
रोहिणी आचार्य के आरोप सामने आने के बाद रमीज़ नेमत का नाम फिर से राजनीतिक चर्चाओं में प्रमुख हो गया है। अब लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि तेजस्वी यादव से उनकी नज़दीकी किस स्तर की है और चुनावी रणनीति में उनकी क्या भूमिका थी।
हालाँकि, जो भी मामले चल रहे हैं, उनका अंतिम नतीजा अदालत की सुनवाई पूरी होने के बाद ही सामने आएगा।



