Sanskrit Learning Online:संस्कृत सम्भाषण शिक्षण के नए सत्र का श्रीगणेश हुआ ..आप भी जुड़ सकते हैं और सरलतापूर्वक संस्कृत बोल कर वास्तविक विद्वान बन सकते हैं..
पटना १६ मई। विहार संस्कृत संजीवन समाज एवं आधुनिको भव संस्कृतं वद अभियान की ओर से पटना स्थित बांकीपुर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में आदिगुरु शंकराचार्य स्मृति दशदिवसात्मक संस्कृत सम्भाषण शिविर का समापन समारोह संस्कृतमय वातावरण में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का प्रारंभ संगीत शिक्षक श्री रामकृष्ण सिंह के गणेश वंदना से हुआ। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती किरण कुमारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। उन्होंने कहा कि संस्कृत सम्भाषण का ज्ञान सभी भारतीयों को होना चाहिए।
विहार संस्कृत संजीवन समाज के महासचिव डॉ मुकेश कुमार ओझा के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि संस्कृत सम्भाषण से आज लड़कियां संस्कृत में बोल रहीं हैं।
आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम संयोजक मुरलीधर शुक्ल ने कहा कि दस दिनों का संस्कृत सम्भाषण शिविर सभी विद्यालयों में होना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विहार संस्कृत संजीवन समाज पटना के महासचिव एवम् आधुनिको भव संस्कृतं वद अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मुकेश कुमार ओझा ने कहा कि संस्कृत सम्भाषण के बिना धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन संभव नहीं है। हमारे धार्मिक ग्रंथों में ज्ञान है। इसलिए संस्कृत सम्भाषण अति आवश्यक है। अन्य विषयों की अपेक्षा अंक भी अधिक प्राप्त होता है।
मुख्य अतिथि हृदय नारायण झा ने कहा कि चरित्र निर्माण में संस्कृत का ज्ञान अति आवश्यक है। संस्कृत में असीम रोजगार की संभावनाएं हैं। आदिगुरु शंकराचार्य के जीवन पर विस्तृत चर्चा की।
मंच का संचालन संस्कृत में संस्कृत शिक्षिका अलका कुमारी ने की। इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं ने संस्कृत में संकल्पगीत, स्वागत गीत स्वपरिचय आदि अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसमें जान्हवी, सिमरन, रंजीता, प्रियांशु,भार्गवी, रौशनी, सुहानी, खुशी प्रमुख हैं।
इस अवसर पर श्वेता कुमारी, कविता सिन्हा, संध्या आदि भी विचार व्यक्त किए। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका नीलिमा ने किया।