Shefali Jariwala को लेकर एक नई बात सामने आई है जो अपरोक्ष रूप से बताती है कि शेफ़ाली जरीवाला की मृत्यु की भविष्यवाणी 10 महीने पहले ही हो चुकी थी..और अब वह भविष्यवाणी सच साबित हो गई..
42 वर्षीय अभिनेत्री और मॉडल शेफ़ाली जरीवाला की अचानक व असमय हुई मृत्यु ने उनके प्रशंसकों और मनोरंजन जगत को शोक में डाल दिया है। जो मेडिकल रिपोर्ट्स सामने आई हैं उनके अनुसार, शेफ़ाली की मृत्यु कार्डियक अरेस्ट (हृदयाघात) के चलते हुई। परंतु अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है, जो इस दुखद घटना को लेकर कई प्रश्न खड़े कर रही है।
इस वायरल क्लिप में शेफ़ाली के साथ दिखाई दे रहे व्यक्ति का नाम है पारस छाबड़ा, जो एक टीवी अभिनेता, मॉडल और यूट्यूबर हैं। पारस ‘आबरा का डाबरा शो’ नाम से अपना एक पॉडकास्ट चैनल चलाते हैं। करीब दस माह पूर्व ही पारस ने शेफ़ाली को अपने यूट्यूब पॉडकास्ट में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था। इस पोडकास्ट की वार्तालाप के दौरान दोनो के बीच कई गहरे और निजी विषयों पर चर्चा हुई थी।
इस बातचीत के दौरान ही शेफ़ाली ने बचपन में मिर्गी के दौरे पड़ने और अपने बच्चे न होने की बात शेयर की थी। इस पर पारस ने उनसे पूछा कि क्या उन्होंने कभी अपनी कुंडली किसी ज्योतिष को दिखाई है, ताकि यह समझा जा सके कि उन्हें यह न्यूरोलॉजिकल समस्या क्यों हुई।
इसके जवाब में शेफ़ाली ने कहा कि उनके पिता ने कभी उनकी कुंडली नहीं बनवाई, क्योंकि उनका मानना था कि हर बच्चा अपनी किस्मत खुद लेकर आता है, और ज्योतिष से कुछ बदला नहीं जा सकता। साथ ही शेफ़ाली ने बताया कि उनकी राशि ‘धनु’ है, और धनु राशि के लोग आम तौर पर जीवन में खुश रहते हैं।
इसके बाद जब शेफ़ाली ने पारस से धनु राशि के बारे में और जानकारी मांगी, तो पारस ने एक चौंकाने वाला ज्योतिषीय विश्लेषण साझा किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने शेफ़ाली की कुंडली खुद देखी है और उसमें कुंडली के आठवें घर में चंद्र, केतू और बुध तीनों ग्रह एक साथ बैठे हुए हैं।
पारस ने समझाया कि कुंडली का आठवाँ घर आम तौर पर अचानक घटनाएँ, मृत्यु, रहस्य, तंत्र, प्रसिद्धि और नुकसान से जुड़ा होता है। उन्होंने आगे कहा:
“चंद्र और केतू का मेल बहुत ही ख़तरनाक होता है। चंद्रमा ‘मन’ का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि केतू के पास ‘सिर’ नहीं होता – केवल शरीर होता है। जब ये दोनों एक साथ होते हैं, तो वह स्थिति मानसिक अस्थिरता और गहरे भावनात्मक संघर्ष पैदा कर सकती है।”
इसके साथ ही पारस ने यह भी कहा कि जब बुध (जो तर्क और मस्तिष्क का प्रतीक है) भी इस संयोजन में शामिल हो जाता है, तो यह न्यूरोलॉजिकल समस्याओं और मानसिक बेचैनी का कारण बन सकता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि शेफ़ाली को जो मिर्गी की समस्या थी, वह शायद इस खगोलीय स्थिति का ही प्रभाव रही हो।
आज जब शेफ़ाली हमारे बीच नहीं रहीं, लोग इस पुराने वीडियो को देखकर आश्चर्यचकित हैं। कई लोग इसे भविष्यवाणी की तरह देख रहे हैं और मान रहे हैं कि पारस छाबड़ा ने अनजाने में ही शेफ़ाली के जीवन की एक दुखद सच्चाई को पहले ही शब्दों में बाँध दिया था।
ध्यान देने वाली बात ये भी है कि पारस और शेफ़ाली दोनों ही ‘बिग बॉस’ के उसी सीज़न का हिस्सा रहे थे, जिसे सिद्धार्थ शुक्ला ने जीता था। दोनों के बीच एक अच्छी दोस्ती थी, जो इस पॉडकास्ट बातचीत में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।
यह दुखद घटना सिर्फ एक संयोग है या वास्तव में एक पूर्वाभास – इसका उत्तर देना मुश्किल है। लेकिन एक बात तय है कि शेफ़ाली जरीवाला की असमय मृत्यु ने सभी को गहरा दुःख पहुँचाया है और उनकी यादें उनके चाहने वालों के दिलों में हमेशा बनी रहेंगी।
(प्रस्तुति -त्रिपाठी किसलय इन्द्रनील)