Sweet Memories:ये तारीख है 2 सितंबर 2022 जिस दिन प्रख्यात लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने अपने पति से प्रथम भेंट और उनके साथ जीवन-यात्रा का स्मृति चित्र उकेरा है..
लाल बहादुर शास्त्री अकादमी में जिस संकल्प को मन में ले कर सेवा में पदार्पण किया, वह महायज्ञ, पैंतीस वर्षों की तपस्या के रूप में 31 अगस्त को पूर्ण हुआ।
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पैंतीस वर्ष पूर्व हुई इसी अगस्त माह में, हमारी पहली भेंट में जिस युवा ने मुस्कुराकर मुझसे पूछा था,
“मेरे लिए प्रशासनिक नौकरी एक चुनौती भरा सफर होगा, पत्नी के रूप में तुम्हे सुविधाजनक जीवन का वचन नही दे सकता, हां पवित्रता और आत्मसम्मान से परिपूर्ण जीवन का वचन देता हूं। क्या तुम तैयार हो?”
इस समय इनकी उमर पच्चीस बरस थी और मैं इक्कीस की, इनकी आंखों में प्रदीप्त दृढ़ता को देख मैं एक क्षण में जान गई थी, कि मेरा जीवन साथी असाधारण है, बिल्कुल 24 कैरेट! खरा सोना!
तब से आज तक, कितने सावन बरसे कितने बसंत बीते, पतझड़ बरसात, कितने उतार चढ़ाव, कितने संघर्ष…
कुछ भी विचलित न करने पाया,
इनका संकल्प, इनका लक्ष्य, वैसा का वैसा ही!
जीवनशैली वैसी ही है।
गृहस्थ वेष में जैसे कोई कर्मठ साधु…..
निष्काम कर्म में लीन, कोई व्यक्तिगत आकांक्षा नही, महत्वाकांक्षा नही, एक मात्र लक्ष्य लोककल्याण! जीवन का एक मात्र उद्देश्य जनसेवा!
सेवाकाल के अंतिम दिन अंतिम क्षण तक वही प्रतिबद्धता, वही निष्ठा, बला की ऊर्जा, चकित कर देने वाली तेजी.. जैसे व्यतीत हुए समय के साथ मसूरी अकादमी में ली हुई शपथ इन्हे विश्राम नही लेने देती थी…
सदमार्ग पर चलने वाले कर्मयोगियों को विश्राम कहां, उनकी यात्रा रुकती नहीं, चलती रहती है….
गर्व है आप पर, श्रीमान जी!
#AwanishAwasthi