Thor Pedersen नाम है इस घुमक्कड़ का जिसे आप Real Globe Trotter भी कह सकते हैं..जिसने दुनिया के 203 देशों की यात्रा कर ली है..
Thor Pedersen डेनमार्क के रहने वाले हैं। उन्होंने एक अनोखी यात्रा की — दुनिया के हर एक देश में गए, बिना एक बार भी हवाई जहाज में बैठे। यह सफर उन्होंने लगभग 10 साल में पूरा किया और इस दौरान उन्होंने 203 देशों की यात्रा की। इस पूरे अनुभव को उन्होंने अपनी वेबसाइट “Once Upon a Saga” पर लिखा और डेनिश रेड क्रॉस के गुडविल एम्बेसडर के तौर पर 192 देशों में उनके ऑफिस भी विज़िट किए।
बचपन से ही था रोमांच का शौक
Thor के बचपन में उनकी माँ उन्हें कहानियाँ सुनाकर कल्पनाशक्ति और रोमांच के लिए प्रेरित करती थीं। वे खुद को Robin Hood या Indiana Jones की टीम का हिस्सा समझते थे। बड़े होकर उन्होंने असली यात्रियों की कहानियाँ पढ़ीं—जिन्होंने जंगलों में घूमे, नदी पार की, पोलर रीजन तक गए या चाँद पर पहुँचे।
एक अलग सोच: बिना उड़ान के हर देश जाना..
थोर को लगने लगा था कि अब कोई “पहली बार” करने के मौके नहीं बचे हैं। लेकिन 2013 में उनके पापा ने उन्हें एक ईमेल भेजा जिसमें बताया गया था कि कुछ लोग दुनिया के हर देश में घूम चुके हैं। लेकिन Thor ने सोचा—“कोई भी अब तक ये काम बिना फ्लाइट लिए नहीं कर पाया है।”
योजना की शुरुआत
उन्होंने डेनमार्क से अपनी यात्रा शुरू करने की योजना बनाई। उन्होंने नक्शा और कलम लेकर रास्ता तय किया। यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका, मिडल ईस्ट, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और पेसिफिक द्वीपों का सफर प्लान किया। साथ ही, उन्हें प्रोजेक्ट के लिए पैसे और संसाधन भी जुटाने पड़े।
तीन कड़े नियम बनाए –
हर देश में कम से कम 24 घंटे रुकना होगा।
अंतिम देश तक घर नहीं लौट सकते।
कभी फ्लाइट नहीं लेनी है, चाहे कोई भी आपात स्थिति हो।
साथ ही, कुछ साइड रूल्स भी थे-
घूस नहीं दूँगा
रोज़ाना का औसतन खर्च $20 से ज़्यादा नहीं होगा
McDonald’s से कुछ नहीं खाऊंगा
कैसे की अपनी पूरी यात्रा
थोर ने अधिकतर सफर बसों (351 बार) और ट्रेनों (158 बार) से किया। इसके अलावा टैक्सी, मोटरसाइकिल, मेट्रो, नावें, फेरी और कंटेनर जहाजों का भी इस्तेमाल किया, खासकर प्रशांत महासागर में।
यात्रा के कुछ अनोखे पलों की बात करें तो ये लीजिये
Venezuela की सुंदरता देखकर वह चकित रह गए
Machu Picchu में अकेले घूमने का मौका मिला
आइसलैंड से कनाडा के बीच कंटेनर शिप पर 4 दिन तूफान में फँसे रहे
उत्तरी रोशनी (Northern Lights) देखी
समुद्र के बीच इंद्रधनुष की ओर बढ़ते हुए जहाज़ का अनुभव लिया
लोगों से मिला बहुत सारा प्यार
थोर का मानना है, “हर अजनबी एक ऐसा दोस्त है जिससे आप अब तक नहीं मिले।” पूरी यात्रा में हज़ारों लोग उनकी मदद के लिए आगे आए — खाने, रहने, रास्ता दिखाने, अनुवाद में मदद करने के लिए।
कुछ मुश्किल पलों की बात करें तो वो भी थे यात्रा में
कुछ देशों में वीज़ा पाना बेहद मुश्किल था, जैसे Equatorial Guinea, जहाँ वीज़ा मिलने में 3 महीने लग गए
COVID-19 महामारी के कारण Hong Kong में डेढ़ साल फँसे रहे
अपनी मंगेतर से इतने समय तक दूर रहना बेहद कठिन था
कई बार paperwork और अनुमतियाँ बेहद थका देने वाली थीं
प्रेम कहानी और तीन शादियाँ
Thor की गर्लफ्रेंड (अब पत्नी) ने 27 देशों में उनसे मुलाकात की, हमेशा फ्लाइट से।
पहली शादी ऑनलाइन Utah में की ताकि Hong Kong में मिल सकें
दूसरी शादी Vanuatu द्वीप पर बीच पर की
तीसरी और आखिरी शादी Copenhagen के सिटी हॉल में हुई
9 साल, 9 महीने, 16 दिन की यात्रा
यह प्रोजेक्ट 4 साल में पूरा होना था, लेकिन इसमें लगभग 10 साल लग गए। अंतिम देश मालदीव था। अब Thor “Project 773” पर काम कर रहे हैं — जिसमें वे दुनिया को 773 हिस्सों में बाँटकर उन्हें कवर करना चाहते हैं।
Thor का संदेश
“अगर आप किसी चीज़ को पाना चाहते हैं — तो उसके लिए मेहनत कीजिए, संघर्ष कीजिए। चाहे पढ़ाई हो, कोई भाषा सीखनी हो या कोई कला — कोशिश करते रहिए।”
अब थोर की एक बेटी है और वे हाल ही में एक 40 दिन की रोड ट्रिप पर अमेरिका में 18 राज्यों और 6500 मील की यात्रा कर चुके हैं। Thor चाहते हैं कि उनकी बेटी भी लक्ष्य तय करना और उन्हें पाना सीखे — और हाँ, दुनिया ज़रूर घूमे।
कुल मिला कर कहा जा सकता है कि –
यात्रा सिर्फ जगहें बदलना नहीं होता — यह हमें दुनिया को, लोगों को, और खुद को बेहतर समझने का मौका देता है। Thor की कहानी यही सिखाती है।
(प्रस्तुति – अंजू डोकानिया)