अमेरिकी सत्ता में डॉनल्ड ट्रम्प के लौटने की खबर से लोगों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है . राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प ने 294 इलेक्टोरल वोट हासिल किए हैं वहीं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (उम्मीदवार) को मात्र 226 इलेक्ट्रोलाइट वोट मिले है.
अभी कुछ भी पूरी तरह से साफ़ नहीं है क्योंकि वोटों की काउंटिंग अब भी चल रही है मगर हालिया काउंटिंग के आधार पर लोग समझ चुके हैं कि जनवरी महीने में अमेरिका के भावी राष्ट्रपति का ताज डॉनल्ड ट्रम्प ही पहनेंगें.
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ट्रम्प के पुनः राष्ट्रपति बनने की खबर से संसार के विभिन्न देशों में लोगों की विभिन्न प्रतिक्रियाएँ हैं जो देश इस समाचार से प्रसन्न हैं उसमें भारत भी है वहीं उनके पड़ोसी देशों के पेट में गुड़गुड़ाहट अभी से शुरू हो गई है. ट्रम्प का राष्ट्रपति बनना भारत के लिए शुभ संकेत है. पड़ोसी देशों में बांग्लादेश को भी इस बात से तकलीफ़ है कि डॉनल्ड ट्रम्प अमेरिका के भावी राष्ट्रपति बनने वाले हैं.कुछ दिनों पूर्व बांग्लादेश की सत्ता का तख्ता-पलट होने के कारण वहाँ की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना अपना देश छोड़ कर भारत आ गई. अब बांग्लादेश के सत्ता की बागडोर मोहम्मद यूनुस सँभाल रहे हैं.ये वही मोहम्मद यूनुस हैं जिनसे हिलेरी क्लिंटन ने (क्लिंटन फाउंडेशन के लिए डोनेशन देने के सिलसिले में) अगस्त 2016 में मुलाक़ात की थी तब मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश के माइक्रो फ़ाइनेंसिंग स्पेशलाइज्ड कम्युनिटी बैंक के प्रमुख हुआ करते थे.
ऐसा माना जा रहा है कि अब मोहम्मद यूनुस और अमेरिकी सत्ता के मध्य पहले जैसे बढ़िया संबंध नहीं रहने वाले क्योंकि जब ट्रम्प 2016-2020 तक अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर नियुक्त थे तब मोहम्मद यूनुस को उनसे कोई सपोर्ट नहीं मिला जो जो बाईडेन के राष्ट्रपति बनने के पश्चात मिलता रहा .
सूत्रों के अनुसार वर्ष 2016 में अपने कार्यकाल में ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में जब बांग्लादेश डेलीगेशन से भेंट की थी तब उन्होंने चिढ़ते हुए ये कहा था कि “वो ढाका का माइक्रोफ़ाइनेंसर कहाँ है?मैंने सुना है कि वो मुझे इलेक्शन में हारते हुए देखना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने डोनेशन भी दिया है”.
डॉनल्ड ट्रम्प उस समय उसी क्लिंटन फाउंडेशन को डोनेशन दिये जाने वालों की बात कर रहे थे जिसमें मोहम्मद यूनुस भी शामिल थे और इसी सिलसिले में हिलेरी क्लिंटन यूनुस से मिलीं थीं.आपको याद हो तो हिलेरी क्लिंटन 2016 के चुनाव में ट्रम्प के विरुद्ध डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बन कर उतरीं थीं.
बांग्ला देश ग्रामीण बैंक के प्रमुख रहे मोहम्मद यूनुस ने क्लिंटन फाउंडेशन को डोनेशन(1 से 2.5 डॉलर) दिया और उस माइक्रोफ़ाइनेंसिंग स्पेशलाइज्ड कम्युनिटी बैंक में अच्छा काम किया उसके लिये उनको नोबल पुरस्कार भी मिला.
इसी बात पर डॉनल्ड ट्रम्प मोहम्मद यूनुस से चिढ़ गए.
अंजू डोकानिया (काठमांडू, नेपाल)