Mahashivratri & Shivratri: प्रायः नई पीढ़ी के लोगों में इस पर अनभिग्यता देखी जाती है..विशेषकर बच्चों के लिए यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि भोले बाबा के इन दोनों पर्वों में अंतर क्या है..
हिंदू धर्म में शिवरात्रि और महाशिवरात्रि, दोनों ही भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए विशेष माने जाते हैं। अक्सर लोग शिवरात्रि को ही महाशिवरात्रि समझ लेते हैं, लेकिन यह सही नहीं है। आइए जानते हैं, दोनों में क्या अंतर है।
शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में अंतर
- शिवरात्रि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर आती है, जिसे मासिक शिवरात्रि कहा जाता है, जबकि महाशिवरात्रि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है।
- साल में 12 बार शिवरात्रि होती है, जबकि महाशिवरात्रि सिर्फ एक बार मनाई जाती है। इसलिए इसे विशेष माना जाता है।
- महाशिवरात्रि को भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है, जबकि शिवरात्रि पर केवल शिवजी की पूजा-अर्चना की जाती है।
- महाशिवरात्रि, सालभर आने वाली 12 शिवरात्रियों में सबसे महत्वपूर्ण होती है। इसे सबसे शुभ और फलदायी माना जाता है।
महाशिवरात्रि 2025 कब है?
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी 2025 को सुबह 11:08 बजे शुरू होकर 27 फरवरी को सुबह 08:54 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी।
महाशिवरात्रि का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसी कारण यह पर्व शिवभक्तों के लिए विशेष होता है और वे इस दिन व्रत, उपवास और रात्रि जागरण कर भगवान शिव की आराधना करते हैं।