Conversion Gang सारे देश में धर्मान्तरण जिहाद चला रहा है. इस काम में देश भर में हजारों लोग लगाये गये हैं जिनको विदेशों से आई फंडिंग की मदद से हिन्दू विरोधी गतिविधियों के लिये इस्तेमाल किया जा रहा है..
क्या है मामला?
आगरा में एक बड़े धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस गैंग के सदस्य पहले हिंदू थे, फिर मुस्लिम बन गए और अब दूसरों को इस्लाम अपनाने के लिए बहकाते थे। पुलिस ने इस गैंग के 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कौन थे निशाने पर?
यह गैंग जवान और बालिग लड़कियों को टारगेट करता था।
लड़कियों को प्यार और शादी का झांसा देकर इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया जाता था।
जिन्हें धर्म बदलवा दिया जाता, उन्हें ‘रिवर्ट’ नाम दिया जाता ताकि गैंग के लोग उन्हें पहचान सकें।
इनके सोशल मीडिया अकाउंट भी ‘रिवर्ट’ नाम से बनाए जाते थे।
कैसे फँसाते थे?
सबसे पहले, पढ़ी-लिखी लड़कियों से दोस्ती की जाती थी।
धीरे-धीरे उन्हें इस्लाम की बातें समझाकर प्रभावित किया जाता था।
फिर धर्मांतरण के बाद वकीलों के जरिए दस्तावेज तैयार कर निकाह तक करवा देते थे।
गिरोह में कौन-कौन था?
गिरोह के 6 सदस्य पहले हिंदू थे, बाद में नाम और धर्म बदल लिए:
एसबी कृष्णा → आयशा
रुपेंद्र बघेल → अबू रहमान
मनोज → मुस्तफा
शेखर रॉय → अली हसन
पीयूष सिंह पंवार → मोहम्मद अली
अब यही लोग दूसरों को फँसाने लगे।
बड़ी बहन अब भी गैंग के साथ
दो बहनों को कोलकाता से रेस्क्यू किया गया।
पुलिस पूछताछ में बड़ी बहन ने कहा – “जो पकड़े गए हैं, वो धर्म के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें सजा मिली तो उन्हें जन्नत नहीं मिलेगी।”
बहनों ने शर्त रखी – जब तक पकड़े गए लोग छोड़े नहीं जाएंगे, वे घर नहीं लौटेंगी।
‘सेफ ज़ोन’ और धर्मांतरण की फैक्ट्री
बहनों को दिल्ली, मुजफ्फरनगर, समस्तीपुर होते हुए कोलकाता ले जाया गया।
वहाँ की ‘तपसिया’ मुस्लिम बस्ती में उन्हें ठहराया गया।
यहीं उन्हें इस्लाम की शिक्षा दी गई और आधार, वोटर ID भी बनवाए गए।
इस इलाके को धर्मांतरण वालों का सेफ ज़ोन कहा जाता था।
कश्मीर की साइमा ने किया ब्रेनवॉश
बड़ी बहन ने बताया कि उसकी दोस्ती कश्मीर की साइमा उर्फ खुशबू से हुई थी।
साइमा ने कहा – “बुर्का हिफाज़त करता है, इस्लाम अपनाओ, जन्नत मिलेगी।”
अबू रहमान – यूट्यूब पर धर्मांतरण प्रचारक
गैंग का सरगना अबू रहमान 12वीं फेल है।
वह यूट्यूब पर 1.69 लाख फॉलोअर्स वाला चैनल चलाता था।
उस पर धर्म बदल चुकी लड़कियों के वीडियो डाले जाते थे और इस्लाम का प्रचार किया जाता था।
गैंग को फंडिंग और नेटवर्क
गिरोह के संपर्क PFI, SDPI और पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से थे।
फंडिंग कनाडा, UAE और अमेरिका से आती थी।
आगरा की दो बहनों के गायब होने से यह पूरा मामला उजागर हुआ।
पुलिस की कार्यवाही
सबूत मिलने पर 11 टीमें 6 राज्यों में भेजी गईं।
यूपी, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और गोवा में छापे पड़े।
आखिर में कोलकाता से दोनों बहनों को छुड़ाया गया और 10 आरोपी पकड़े गए।
(प्रस्तुति -त्रिपाठी सुमन पारिजात)