Deepseek का नया रीजनिंग मॉडल अब जारी होने वाला है, और संभव है कि यह 2026 में एक और बड़ा मोड़ साबित हो..क्या ये शुभ समाचार है या अशुभ, जानिये यहाँ..
कृत्रिम बुद्धिमत्ता की दुनिया—चाहे वह अमेरिका हो, चीन हो, या फिर वे क्षेत्र जहाँ न मॉडल-डेवलपर्स केंद्रित हैं, न बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर—20 जनवरी 2025 को DeepSeek के प्रभावशाली प्रवेश के बाद से गहरे बदलावों से गुजर रही है।
अब, DeepSeek का नया रीजनिंग मॉडल जारी होने वाला है, और संभव है कि यह 2026 में एक और बड़ा मोड़ साबित हो। यह मॉडल अभी तक क्यों नहीं आया? प्रयोगात्मक मॉडल के कुछ अपडेट ज़रूर आए हैं, लेकिन मुख्य मॉडल का इंतज़ार जारी है। विश्लेषकों का मानना है कि DeepSeek बिल्कुल अलग तरह की कंपनी है – यह OpenAI, Anthropic, Alibaba, Tencent या Moonshot से सीधी प्रतिस्पर्धा नहीं करती, बल्कि पूरे क्षेत्र में नवाचार को उकसाती है, प्रशिक्षण और इन्फ़रेंस की लागत घटाती है और कृत्रिम सामान्य बुद्धिमत्ता (AGI) की दिशा में पूरी गति से बढ़ रही है। माना जा रहा है कि इसके R2 मॉडल की देरी का मुख्य कारण कंप्यूटिंग संसाधनों की सीमित उपलब्धता है। फिर भी, कंपनी जल्द ही नया मॉडल पेश कर सकती है।
DeepSeek ने ओपन-सोर्स और ओपन-वेट मॉडल की शक्ति दिखाकर चीन के AI क्षेत्र पर बहुत गहरा प्रभाव डाला है। चीन की अधिकांश प्रमुख AI प्रयोगशालाओं ने अब अपने OS/OW मॉडल जारी कर दिए हैं। हालांकि ByteDance जैसी कुछ कंपनियाँ शायद इस प्रवृत्ति में शामिल न हों, लेकिन OS/OW मॉडल और उनके बेंचमार्क को लेकर प्रतिस्पर्धा निश्चित रूप से तेज़ होगी। DeepSeek के नए R2 की रिलीज़ एक बार फिर उच्च-स्तरीय प्रतिस्पर्धा को जन्म देगी।
चीन में निजी क्षेत्र, सरकारी संस्थानों और सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा AI अनुप्रयोगों – खासकर DeepSeek, Alibaba, Tencent, Moonshot AI और Zhipu AI जैसे खिलाड़ियों के OS/OW मॉडलों—का उपयोग तेज़ी से बढ़ रहा है। यह रुझान 2026 में और मजबूत होगा, क्योंकि चीन की “AI+” रणनीति को लागू करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी होने वाले हैं।
R2 की रिलीज़ उच्च प्रदर्शन स्तरों पर एक नई प्रतिस्पर्धा की शुरुआत करेगी।
अभी तक अमेरिकी सरकार की चिंता मुख्यत: DeepSeek पर केंद्रित रही है, जैसा कि CAISI रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है। लेकिन 2026 में यह चिंता अन्य चीनी ओपन-सोर्स मॉडलों तक भी फैल जाएगी, जो दुनिया भर में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। परिणामस्वरूप, चीनी मॉडलों को लेकर डर, भ्रम, संदेह और राजनीतिक एजेंडों से प्रेरित विश्लेषण और बढ़ेंगे।
जैसे-जैसे चीन के OS/OW मॉडल चीन के बाहर शोधकर्ताओं और कंपनियों में उपयोग होने लगेंगे-और वह भी उत्पादन-स्तर की परियोजनाओं के लिए—अमेरिकी निरीक्षण और बढ़ेगा। इसके संकेत व्हाइट हाउस के उस लीक हुए मेमो से मिलते हैं जिसमें Alibaba को लेकर चिंता जताई गई थी। Exiger और CrowdStrike जैसे संस्थानों की रिपोर्टें भी बढ़ सकती हैं, जो चीनी AI कंपनियों के कथित सैन्य संबंधों या जोखिमों को लेकर दावा करती रही हैं।
अमेरिका की AI प्रयोगशालाएँ भी इस बढ़ती चीनी बढ़त को संतुलित करने के लिए अधिक सक्षम OS/OW मॉडल जारी करने पर विचार कर सकती हैं। Allen Institute for AI द्वारा विकसित Olmo मॉडल पर 2026 की शुरुआत में शोध संगठनों की नज़रें ज़रूर रहेंगी, लेकिन संभव है कि DeepSeek, Alibaba, Moonshot और अन्य कंपनियों के नए मॉडल उनकी क्षमता को आसानी से पीछे छोड़ दें।
DeepSeek के प्रभाव के चलते अमेरिकी AI Action Plan में OS/OW मॉडल के लिए समर्थन का वादा तो किया गया है, लेकिन 2026 में वाशिंगटन वास्तविक रूप से न तो ओपन-सोर्स प्रयासों को बढ़ावा दे सकेगा और न ही चीनी कंपनियों को धीमा कर पाएगा।
चीनी मॉडलों को लेकर और अधिक डर, भ्रम और संदेह फैलने की संभावना है
2025 भर अमेरिकी कंपनियों द्वारा चीन को कौन-से GPU बेचे जा सकते हैं, इसे लेकर लगातार बहस होती रही। यह बहस 2026 में भी जारी रहेगी, क्योंकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प Nvidia के H200 Hopper-युग के GPU के निर्यात को मंजूरी देने पर विचार कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के AI प्रमुख डेविड सैक्स और Nvidia के CEO जेंसन हुआंग GPU निर्यात पर “स्लाइडिंग स्केल” लागू करने की कोशिश करेंगे-अर्थात् Hopper को अभी अनुमति, लेकिन Blackwell, Rubin और Feynman को अभी नहीं।
अमेरिका-चीन संबंधों में 2026 की शुरुआत में स्थिरता बनी रहने की संभावना है, विशेषकर राष्ट्रपति ट्रम्प की अप्रैल में बीजिंग यात्रा के मद्देनज़र। ऐसे में AI एक ऐसा क्षेत्र होगा जहाँ सहयोग-जैसे कि AI सुरक्षा, GPU एक्सेस-और तनाव, दोनों दिखाई देंगे। वाशिंगटन के चीन-आलोचक यह दावा करते रहेंगे कि GPU और सेमीकंडक्टर उपकरणों पर नियंत्रण चीनी AI क्षमता को धीमा कर देंगे, भले ही यह तर्क अब कमजोर होता जा रहा है।
अमेरिका चीनी AI तकनीकी ढाँचे को निशाना बनाने के लिए कई नीतियों और कानूनों पर विचार कर रहा है, लेकिन फिलहाल दोनों देश नए कदम उठाने से बचते दिखते हैं, खासकर तब जब दक्षिण कोरिया में अक्टूबर में हुई सहमति को लागू करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है-विशेष रूप से रेयर अर्थ से जुड़े क्षेत्रों में।
इस बीच, दोनों तरफ हलचल जारी रहेगी। उदाहरण के लिए, पिछले महीने अमेरिकी न्याय विभाग ने कुछ लोगों पर “उन्नत” GPU चीन में तस्करी करने का आरोप लगाया—जबकि वे GPU A100 थे, जिन्हें अब उद्योग में उन्नत नहीं माना जाता। उनकी मात्रा भी इतनी कम थी कि उनका उपयोग अग्रणी AI मॉडल प्रशिक्षण में महत्वहीन है। यह कदम संभवतः केवल चेतावनी देने के लिए उठाया गया।
AI क्षेत्र में सहयोग और टकराव दोनों साथ चलेंगे
साथ ही, यह भी साफ़ है कि चीनी कंपनियाँ चीन के बाहर डेटा सेंटरों में लगे उन्नत GPUs तक पहुँच बनाए रखेंगी-और 2026 में यह पहुँच और बढ़ सकती है। अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध में नरमी आने के कारण 2026 की शुरुआत में इस दिशा में कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखेगा। हाल ही में Nvidia GB200/300 और संभवतः AMD के उन्नत GPUs को UAE और सऊदी अरब में मिलने वाली मंजूरी से संकेत मिलता है कि अमेरिकी वाणिज्य विभाग AI Diffusion Rule के बदले एक नया ढाँचा तैयार कर रहा है।
विभाग GPU लाइसेंसिंग में तेजी लाने के लिए सैक्स की मांग और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों की GPU “डाइवर्ज़न” से संबंधित चिंताओं के बीच संतुलन साधने की कोशिश कर रहा है। यूरोप और एशिया के डेटा सेंटर, जो पहले से ही GB200 चला रहे हैं, चीनी AI डेवलपर्स को बिना रोक-टोक पहुँच देते हैं- और यह 2026 में भी एक बड़ा मुद्दा रहेगा।
यह स्पष्ट नहीं है कि DeepSeek इस संभावित वैकल्पिक रास्ते का उपयोग कर रहा है या नहीं। इसकी एक वजह यह भी है कि DeepSeek और अन्य चीनी AI कंपनियों को अभी भी Nvidia के सक्षम GPU उपलब्ध हैं, और 2026 में वे Huawei तथा Moore Threads, Biren, Enflame जैसी घरेलू GPU कंपनियों के विकल्पों को बड़े पैमाने पर अपनाएँगे।
हालाँकि हार्डवेयर की चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं, लेकिन 2026 में चीन घरेलू स्तर पर तेज़ प्रगति करेगा, जिससे उसकी AI लैब्स अमेरिका और अन्य देशों के अग्रणी प्रॉपर्टियटरी मॉडलों से प्रतिस्पर्धा कर सकेंगी। अब सबकी नज़र हांगझोउ और बीजिंग की ओर है -DeepSeek कब अपने अगले बड़े मॉडल और बेंचमार्क चुनौती का ऐलान करता है।
कुल मिला कर कहा जा सकता है कि एक बात तो निश्चित है, इसका इंतज़ार करना बेकार नहीं जाएगा!



