कुछ तो गड़बड़ है. पूरे मामले पर आप भी गौर करें तो यही कहेंगे – मामला गड़बड़ है.
तीन दिन पहले हुई ये घटना. बुधवार जनवरी 16 की रात दो बजे के आसपास ऑटो किया घायल और खून से सने खान ने याने सैफ अली खान ने. साथ में थे दो लोग जो बॉडी गार्ड भी थे और मार्गदर्शक भी. एक ने भाग कर ऑटो रुकवाया ये था नाटे कद का एक व्यक्ति. ये कौन था या कौन है किसी को नहीं पता -लेकिन ऑटोवाले के सामने लाया गया तो वो पहचान लेगा.
घायल, नाटा और बच्चा ने पकड़ा ऑटो
ऑटो के भीतर सैफ अली, मिस्टर नाटा के अलावा तीसरा था बच्चा. एक छोटा बच्चा जिसके नाम का एक बड़ा कातिल बरसों पहले हिन्दुस्तान आया था और लाखों हिन्दुओं का कत्लेआम करके गया था. ये छोटा बच्चा तो बस अभी बच्चा है भले ही नाम इसका तैमूर हो.
डॉक्टर या ड्राइवर – कोई एक झूठ बोल रहा है
अस्पताल पहुंच कर आईसीयू में एडमिट किया गया. डॉक्टर ने बयान दिये तो कुछ और बयान बिगड़ गये याने जो घर में दिये गये बयान थे उनमे और डॉक्टर के बयानों में फर्क था. फिर डॉक्टर के बयान ठीक ठीक सामने लाये गये तो वो बयान ऑटो ड्राइवर के बयानों से मेल नहीं खाते थे.
करीना क्यों घर पर रह गई?
घर में पहले ये कहा गया कि करीन हादसे के समय घर में मौजूद थी. बाद में बयान बदल दिया गया कि करीना नीचे वाले फ्लोर पर पार्टी कर रही थी. तो फिर घर पर कौन मौजूद था?
गेट से अंदर कैसे आया?
पहले कहा गया था कि घर पर इब्राहिम और सैफ और करीना और एक मेड मौजूद थी. ऐसे में जो बाहर से आया था उसने मैड से विवाद किया और बीच-बचाव करने आये सैफ अली खान चाकू खा गये. चाकू मारने के बाद हमलावर भाग गया और नौजवान इब्राहिम जिसकी हाइट सैफ से भी ज्यादा है करीना और मेड के साथ हमलावर को जाते देखता रहा. हमलावर निकल गया और इस बार भी गार्ड को उसने गच्चा दे दिया.
दरवाजा अंदर से किसने खोला ?
हैरानी की बात ये है कि इतनी बड़ी सेलिब्रिटी बिल्डिंग सदगुरु शरण अपार्टमेन्ट मे गेट पर गार्ड को डॉज देकर हमलावर ऊपर आ गया फिर उसके कहने पर घर वालों ने घर का दरवाजा अंदर से खोला. उसके बाद हमलावर घर में घुस कर मेड के साथ बहस करने लगा और इसी दौरान उसने चाकू चला दिये सैफ पर.
मकसद क्या था -हमला या किडनैपिंग?
अब सवाल ये पैदा होता है कि गार्ड से बच कर ऊपर आने वाले इस हमलावर का मकसद क्या था -क्या वो मेड को मारने आया था या वो सैफ को ही मारने आया था या फिर वो किसी और को मारना चाहता था ? – जबकि बताया तो ये गया कि वो कमरे में घुसने की कोशिश कर रहा था जहां जहांगीर सो रहा था?
हमलावर अपना चाकू भी नहीं लाया
अगर जहांगीर को लेने आया था या मारने आया था तो साथ में कोई बोरा या झोला या चाकू नहीं लाया. उसने सोचा वहीं से ले लूंगा. इसलिये सैफ को मारने के लिये पहले उसने घर में किचन ढूंढा फिर किचन में उसने सब्जी काटने वाला चाकू ढूंढा और फिर उस चाकू से सैफ को मारा. तब तक वहां सैफ इंतजार करता रहा कि जब वो चाकू ले आयेगा तब उसको देखूंगा.
गार्ड और इब्राहिम मिले हुए हैं?
जब चाकू मार दिया तब हमलावर का काम खतम हो गया क्योंकि उसके बाद फिर वो जहांगीर के कमरे की तरफ नहीं गया. सीढ़ियां उतर कर वो अपने घर चला गया. उसको सैफ के घर में इब्राहिम ने और घर के बाहर गार्ड ने – दोनो ने नहीं रोका.
CCTV फुटेज क्यों छिपाये जा रहे हैं?
सैफ के बांद्रा स्थित इस घर से सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को पूरे नहीं मिले जिससे ढंग से तहकीकात की जा सके.सीसीटीवी खराब थे या सैफ की फैमिली देना नहीं चाहती – पुलिस को भी ये बात समझ नहीं आ रही है. पुलिस को सीथे-सीधे एक बात समझ आ रही है कि मामला गड़बड़ है.
कार में पेट्रोल नहीं था या टायर पंचर था?
हमलावर ने चाकू मारने की भी नई स्टाइल निकाली सैफ अली खान को पीछे नीचे की तरफ ऐसे चाकू मारा कि चाकू टूट कर रीढ़ की हड्डी में अटक गया. अब घायल सैफ अली खान के घर में तीन चार से ज्यादा कारें होने के बाद भी कार से घायल हालत मे अस्पताल न जाना शक पैदा करता है.
तैमूर को साथ ले जाने की जरूरत क्या थी?
घायल आदमी एक छोटे बच्चे और एक सहायक के साथ घर से बाहर दौड़ कर जाये और भाग कर ऑटो रुकवाये फिर लीलावती अस्पताल जाये- ये भी अजीब बात है. ऑटो से जाना अजीब है और छोटे बच्चे को साथ लेके जाना और भी अजीब है.
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घटना के समय इब्राहिम कहां था?
पहले कहा गया कि सैफ का बड़ा बेटा इब्राहिम घटना के समय घर पर था. वही सैफ अली को लेकर अस्पताल गया फिर बाद में ये बयान बदल गया और इब्राहिम को पूरे सीन से ही बाहर कर दिया गया.
करीना ने न बचाया न हास्पिटल पहुंचाया?
बाद के बयानों में इब्राहिम और करीना की लोकेशन्स बदल गईं लेकिन तैमूर की लोकेशन वही रही. न किसी ने पूछा न बताया गया कि तैमूर की जरूरत अस्पताल में क्यों थी ?
आधी रात को मेड से बहस करने आया डिलिवरी बॉय?
पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज भी मिला था कि कोई डिलीवरी बॉय जैसा व्यक्ति सीढ़ियां चढ़ कर बारहवीं मंजिल स्थित सैफ के फ्लैट की तरफ जा रहा था. दुबला-पतला ये डिलिवरी बॉय रात को डेढ़ बजे क्या डिलीवर करने जा रहा था?
क्या हमलावर जूडो-कराटे जानता था?
घर वालों ने कोई ऑर्डर नहीं दिया तो उसको घर में घुसने क्यों दिया उस अकेले शख्स में इतनी हिम्मत कौन सा बोर्नवीटा पीकर आई कि वो बॉडी बिल्डर सैफ अली खान और इब्राहीम के घर अकेले चाकू मारने या जहांगीर को नुकसान पहुंचाने या किडनैप करने अकेले आ गया?
ब्रेकिंग – डेढ़ पसली का हमलावर गिरफ्तार !
अब लेटेस्ट अपडेट ये है कि आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया है और उसका नाम शहजाद है. अब ये कैसे पता चलेगा कि यही वो डिलिवरी बॉय है जो घर में घुसा था रात को डेढ़ बजे डिलिवरी करने?
झोल पर झोल..झोल का ढोल
ये सारी बातें बता रही हैं कि बात कुछ और ही है. जो दिख रहा है वो सच नहीं है जो छिपाया जा रहा है उसी में सच छिपा हुआ है. हालांकि कयास तो ये भी लगाये जा रहे हैं कि कहीं ये प्रॉपर्टी को लेकर चल रहा विवाद तो नहीं या फिर ये कोई प्रेम त्रिकोण तो नहीं ? – जो भी है मामला गड़बड़ है!