Health: चाँदी के बर्तनों और गिलासों में खाना-पीना करने के लाभ बहुत सारे हैं, खुद आजमा के देखिये..
एक सवाल है जिसका जवाब न में है -क्या हम आज भी अपनी दादी-नानी की बताई परंपराओं का पालन करते हैं?
अगर नहीं, तो ज़रा ठहरिए…उन पर पूरा भरोसा रखिए, क्योंकि उनका हर सुझाव परिवार के हित में होता है। उनकी नीयत, प्रेम और स्नेह पर कभी सवाल मत उठाइए। उनकी सलाह में वर्षों का अनुभव और निःस्वार्थ भावना छिपी होती है — भले ही वे आज की तरह “AI”, “Analytics” या “Google” का सहारा लेकर अपने तर्क न समझा पाती हों।
अब ज़रा सोचिए — उन्होंने जो कहा, उसका विज्ञान क्या कहता है. उनकी कई बातों की तरह एक इस बात को भी विज्ञान समर्थन देता है – प्लास्टिक या पेपर के बर्तनों को तुरंत त्यागिए।
पानी, चाय, कॉफी, दूध, छाछ, यहाँ तक कि वाइन, ब्रांडी या बीयर भी — किसी भी पेय को प्लास्टिक या पेपर कप में न पीजिए। ऐसे कप तुरंत डस्टबिन में डाल दीजिए।
यहां चांदी के गिलास में कोई भी पेय पीने के अनेक लाभ हैं, जैसे इसमें पानी पीने से शरीर के ‘पित्त’ दोष को काफी हद तक संतुलित करता है। आयुर्वेद भी तो यही कहता है।
जीवाणुनाशक गुण
अगर पानी को चाँदी के बर्तन में भरकर धूप में चार घंटे तक रखा जाए, तो उसमें मौजूद सूक्ष्मजीव नष्ट हो जाते हैं।
समृद्धि का प्रतीक
चाँदी के बर्तनों का प्रयोग घर में सौभाग्य, शुद्धता और वैभव का प्रतीक माना गया है।
यह मन को प्रसन्न रखता है और शरीर को ऊर्जावान बनाता है।
स्वास्थ्य लाभ
चाँदी में खाना या पीना पाचन को बेहतर बनाता है, आँतों की गति (motion) को नियंत्रित करता है और पित्त संबंधी असंतुलन को दूर करता है।
तो अब देर किस बात की..अपने घर के लॉकर से वो पुराने चाँदी के गिलास निकालिए और रोज़मर्रा के पानी पीने में उनका इस्तेमाल शुरू कीजिए।
वैसे, अगर आज चाँदी की कीमतें आसमान छू रही हैं — तो इसके लिए आपकी दादी-नानी कतई ज़िम्मेदार नहीं हैं!
(एनएचजी ब्यूरो)



