India’s Mission Next है भारत का गुप्त मिशन जिसके अंतर्गत हर मौके पर भारत विरोध करने वाले देश तुर्की को अब सिखाया जायेगा सबक..
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब नया अध्याय
जब भारत ने ऑपरेशन सिंधुर के तहत पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था, तब पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति का लोहा माना था। पर अब सवाल यह है – क्या भारत का अगला निशाना वह देश होगा जो लगातार पाकिस्तान का समर्थन करता आया है? वह देश जो कश्मीर मुद्दे पर भारत के विरोध में खड़ा रहता है? वह देश जो OIC जैसे मंचों पर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है? हाँ, हम बात कर रहे हैं तुर्की की!
ग्रीस-भारत साझेदारी: एक सुनियोजित रणनीति
हाल ही में भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी का ग्रीस दौरा सामान्य सैन्य यात्रा से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। ग्रीस और तुर्की के बीच दशकों पुराने तनाव को देखते हुए भारत का ग्रीस से हाथ मिलाना एक सोची-समझी रणनीति प्रतीत होती है। यह भारत का तुर्की को स्पष्ट संदेश है – “जैसे को तैसा”!
तुर्की-पाकिस्तान गठजोड़ के खिलाफ भारत की चाल
ऑपरेशन सिंधुर के दौरान तुर्की ने न केवल पाकिस्तान का कूटनीतिक समर्थन किया था, बल्कि खुफिया सहायता प्रदान करने के भी आरोप लगे थे। अब भारत ने तुर्की के कट्टर प्रतिद्वंद्वी ग्रीस के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाकर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। ग्रीस की मीडिया में खुलकर चर्चा हो रही है कि ग्रीस भारत से ऑपरेशन सिंधुर की रणनीति सीखना चाहता है।
तुर्की के लिए खतरे की घंटी
भारत-ग्रीस सैन्य सहयोग तुर्की के लिए चिंता का विषय बन गया है। तुर्की के रक्षा विशेषज्ञ इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि भारत और ग्रीस मिलकर एक ‘एंटी-तुर्की’ गठबंधन बना सकते हैं। भारत का यह कदम तुर्की को स्पष्ट चेतावनी है – “अगर पाकिस्तान का साथ दोगे, तो तुम्हारे दरवाजे पर भी मुसीबत खड़ी हो जाएगी।”
क्या भारत बदल रहा है अपनी रणनीति?
यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या भारत अब केवल रक्षात्मक नीति पर नहीं, बल्कि आक्रामक रणनीति अपनाने जा रहा है? ऑपरेशन सिंधुर इसका पहला उदाहरण था, ग्रीस के साथ सैन्य सहयोग दूसरा कदम है। तुर्की ने पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत को घेरने की कोशिश की थी, लेकिन अब भारत ने उसी की तरह जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है।
अंतिम चेतावनी
भारत का यह कदम केवल एक सैन्य गठजोड़ नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है। तुर्की को अब समझ लेना चाहिए कि भारत अब पुराने तरीकों से नहीं खेलेगा। जो देश भारत के खिलाफ साजिश रचेंगे, उन्हें उसी की भाषा में जवाब मिलेगा। अब बारी तुर्की के डरने की है!