(जय श्री राम)
आज का पंचांग
(17 फरवरी 2025)
दिन – सोमवार
तिथि: पंचमी, जो अगले दिन सुबह 4:53 बजे तक है।
शक संवत: 1946 क्रोधी
विक्रम संवत: 2081 पिंगल
सूर्य राशि: कुंभ
चंद्र राशि: कन्या, जो शाम 6:02 बजे तक है; इसके बाद तुला।
अयन – उत्तरायण
मास अमांत – माघ
मास पूर्णिमांत – फाल्गुन
पक्ष – कृष्ण
ऋतु – शिशिर
नक्षत्र: चित्रा, जो पूरी रात तक रहेगा।
योग: शूल, जो सुबह 8:55 बजे तक है।
करण: कौलव, जो दोपहर 3:33 बजे तक है; तत्पश्चात तैतिल, जो अगले दिन सुबह 4:53 बजे तक रहेगा।
दिशाशूल – पूर्व, दक्षिण पूर्व
सूर्योदय: सुबह 6:57 बजे
सूर्यास्त: शाम 6:12 बजे
चंद्रोदय: रात 10:31 बजे
चंद्रास्त: सुबह 9:20 बजे
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:12 बजे से 12:57 बजे तक
अमृत काल: रात 12:22 बजे से 2:10 बजे तक (अगले दिन)
गुलिक काल: दोपहर 1:59 बजे से 3:24 बजे तक
यमगंड काल: सुबह 11:10 बजे से 12:35 बजे तक
दुर्मुहूर्त: दोपहर 12:57 बजे से 1:42 बजे तक; फिर दोपहर 3:12 बजे से 3:57 बजे तक
राहु काल: सुबह 8:22 बजे से 9:46 बजे तक
*राहु काल और दुर्मुहूर्त जैसे अशुभ समय के दौरान महत्वपूर्ण कार्यों से बचना चाहिए, जबकि अभिजीत मुहूर्त जैसे शुभ समय में कार्य करना लाभदायक होता है।
वर्ज्य: दोपहर 1:32 बजे से 3:21 बजे तक
(कृपया ध्यान दें कि उपरोक्त समय नोएडा, उत्तर प्रदेश, भारत के लिए हैं।)
आज का विचार
स्वयं के जीवन में अगर हम दूसरों की सफलता को स्वीकार नहीं करते तो वह ईर्ष्या बन जाती है और अगर उसे सहजता से स्वीकार कर लें तो वही सफलता हमारे लिए प्रेरणा बन जाती है।
(पंडित हेमंत कपिल)
ये भी पढ़ें: Geeta Ka Gyan -1: श्रीमद भागवत गीता का प्रथम अध्याय – प्रथम श्लोक – पढ़ें अर्थ सहित व्याख्या