Speak Sanskrit: पटना में संस्कृत साधक सम्मान समारोह का आयोजन सम्पन्न हुआ जहाँ 125 संस्कृत अनुरागियों को डा मिथिलेश कुमारी मिश्र संस्कृत साधक सम्मान प्रदान किया गया..
पटना 8 दिसंबर। विहार संस्कृत संजीवन समाज पटना एवं राजकीय संस्कृत महाविद्यालय पटना की ओर से आधुनिको भव संस्कृतं वद अभियान के अन्तर्गत डॉ मिथिलेश कुमारी मिश्र जी के जयन्ती पर तृतीय दीक्षांत समारोह में पटना के राजकीय संस्कृत महाविद्यालय में डा मिथिलेश कुमारी मिश्र संस्कृत साधक सम्मान समारोह संस्कृतमय वातावरण में सम्पन्न हुआ।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन विधिवत उद्घाटन माननीय सदस्य (प्रशासकीय) राज्यलोक सेवा न्यायाधीकरण उत्तर प्रदेश शासन एवम् प्रधान संरक्षक डॉ अनिल कुमार सिंह ने किया।
डॉ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि यह अभियान संस्कृत को जन -जन तक पहुंचाने का कर रहा है। डॉ मिथिलेश कुमारी मिश्र संस्कृत की वास्तविक साधिका थी। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विहार संस्कृत संजीवन समाज के महासचिव एवम् आधुनिको भव संस्कृतं वद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मुकेश कुमार ओझा ने कहा कि डॉ मिथिलेश कुमारी मिश्र संस्कृत लेखिका के साथ प्रचारिका थी।

संस्कृत को सरल, सुबोध और व्यवहारिक बनाकर ही नयी पीढ़ी तक पहुंचाया जा सकता है। मुख्यातिथि डॉ मिथिलेश झा वरिष्ठ संस्कृत प्रचारक, मुख्यवक्ता प्रो रागिनी वर्मा संस्कृत विभागाध्यक्ष गंगा देवी महिला महाविद्यालय पटना,स्वागताध्यक्ष प्रो मनोज कुमार प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय पटना, विशिष्टातिथियों में डा अनिल कुमार चौबे, डॉ अनिल सुलभ,प्रो उमेश शर्मा,प्रो रेखा रानी,प्रो मीनाक्षी प्रसाद,प्रो सुबोध कुमार सिंह,प्रो मिथिलेश कुमार तिवारी, राजेश कुमार, मृत्युंजय झा, शिवानंद शुक्ल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इसके अतिरिक्त संस्थान का प्रतिवेदन डॉ लीना चौहान ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उग्र नारायण झा, डॉ सुशील कुमार, सुजाता घोष, डॉ अखिलेश तिवारी, डॉ कौशल कुमार सिंह, डॉ रागिनी कुमारी , श्रद्धा कुमारी, डॉ शशिकांत तिवारी,आयुष नन्दन, सुधांशु रंजन, डॉ नीरा कुमारी, डॉ बिधु बाला, राजीव कुमार तिवारी, प्रत्यूष शुभम्, डॉ एकता वर्मा, शैलेन्द्र कुमार सिन्हा,पिन्टू कुमार सुनील कुमार चौबे, डॉ अवन्तिका कुमारी, डॉ मधु कुमारी, संजीव कुमार मिश्र, डॉ पल्लवी, डॉ संजय कुमार सिंह, डॉ कमल किशोर, श्री राम अम्बष्ट, हृदय नारायण झा, डॉ राघव नाथ झा, पारिजात त्रिपाठी, हरम्ब कमल ब्रह्मचारी सहित 125 संस्कृत अनुरागियों को डा मिथिलेश कुमारी मिश्र संस्कृत साधक से सम्मानित किया गया।
समारोह का समापन संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के संकल्प के साथ हुआ। इस सम्पूर्ण कार्य का संयोजन डॉ सुशील कुमार तथा मंच का संचालन डॉ शशि कांत तिवारी एवं डॉ लीना चौहान ने किया। धन्यवाद ज्ञापन पिन्टू कुमार ने किया।



